डॉक्टर बनने का सपना किसी छात्र को कर्ज, धोखे या फर्जी डिग्री के साथ नहीं टूटना चाहिए। लेकिन भारत में मेडिकल कॉलेज घोटाले यही कर रहे हैं। हर साल लाखों छात्र NEET परीक्षा देकर डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं। मगर सीमित सरकारी सीटों और कड़ी संघर्ष के चलते कई छात्र और उनके परिवार ठगों के जाल में फंस जाते हैं।
क्या है ये घोटाले?
कानूनी सजा: पीड़ितों को पुलिस केस, सीट रद्द होने और भविष्य में NEET काउंसलिंग से बाहर होने का डर रहता है।
NEET जरूरी है: MBBS, BDS और AYUSH में दाखिला के लिए NEET पास करना जरूरी है, चाहे मैनेजमेंट कोटा हो या NRI कोटा।
ठगी का खेल: फर्जी एजेंट बिना NEET के सीधा दाखिला दिलाने का वादा करके ₹10 लाख से ₹90 लाख तक ठग लेते हैं। वे जाली कागजात और फर्जी कॉलेजों का सहारा लेते हैं।
घोटाले के ठिकाने: मुंबई, नागपुर, हुबली और मेरठ जैसे शहरों में NEET स्कोर में हेरफेर, जाली अलॉटमेंट लेटर और फर्जी कॉलेजों के मामले सामने आए हैं।
राकेश की कहानी: एक टूटा सपना
राकेश (नाम बदला हुआ) बिहार का एक NEET छात्र है। उसने 382 अंक लिए, जो सरकारी सीट के लिए काफी नहीं थे। वह MBBS डॉक्टर बनना चाहता था। एक दिन उसके पिता को एक फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा कि कर्नाटक के एक अच्छे निजी कॉलेज में ₹12 लाख में सीट दिला देंगे, बिना डोनेशन और बिना NEET के।
एजेंट ने जाली ब्रोशर और फर्जी एडमिशन लेटर दिखाए। उसने कॉलेज दिखाने का वादा भी किया। राकेश का परिवार हताश था और उसने भरोसा करके पैसे दे दिए। दो हफ्ते बाद एजेंट गायब हो गया। कॉलेज ने कहा कि उनका ऐसा कोई एजेंट नहीं है। राकेश के पास न सीट बची, न पैसे, और न ही कोई सबूत।
ऐसे हजारों छात्र और उनके परिवार हर साल ठगी का शिकार बनते हैं।
कैसे हो रही है ठगी?
Edufever के रिपोर्ट के अनुसार 2024 में NEET पेपर लीक और फर्जी दाखिलों के मामले सामने आए थे। 2025 में ये घोटाले और बढ़ गए। CBI, पुलिस और NEET आयोजक (NTA) इनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। कुछ हाल के मामले:
तारीख | शहर | घोटाले का प्रकार | राशि |
---|---|---|---|
5 मई 2025 | नागपुर | MBBS सीट का झूठा वादा | ₹25 लाख |
21 जून 2025 | हुबली (कर्नाटक) | सीट का झूठा वादा | ₹10.64 लाख |
22 जून 2025 | मुंबई | दाखिला का झूठा वादा | ₹45 लाख |
14 जून 2025 | मुंबई/नवी मुंबई | NEET स्कोर में हेरफेर | ₹87.5 लाख प्रति छात्र |
4 जुलाई 2025 | मेरठ (NCR) | फर्जी फैकल्टी और मरीज | जांच चल रही है |
घोटालों के प्रकार
बिना NEET के दाखिला
ठग कहते हैं: NEET पास करने की जरूरत नहीं। ₹20-30 लाख दो, हम मैनेजमेंट कोटे से सीट दिला देंगे।
सच: NMC के नियमों के मुताबिक, बिना NEET के कोई भी MBBS, BDS या AYUSH दाखिला वैध नहीं है।
फर्जी कॉलेज
कुछ लोग नकली कॉलेज बनाते हैं या विदेशी कॉलेजों (जैसे आर्मेनिया, यूक्रेन) से टाई-अप का दावा करते हैं।
लेकिन:
- कॉलेज असल में होता ही नहीं।
- इसे NMC या WHO मान्यता नहीं देता।
- डिग्री भारत में मान्य नहीं होती।
जाली कागजात
ठग फोटोशॉप किए हुए NMC या MCC के लेटर दिखाते हैं। वे कहते हैं कि सीट पक्की हो गई है और मांगते हैं:
- ₹5-20 लाख सीट बुकिंग के लिए।
- जल्दी कागजात जमा करने का शुल्क।
- स्पॉट एडमिशन की फीस।
ये सब जाली होते हैं।
अल्पसंख्यक कोटा का गलत इस्तेमाल
कुछ ठग अल्पसंख्यक छात्रों को निशाना बनाते हैं। वे कहते हैं: ₹5 लाख दो, हम अल्पसंख्यक सर्टिफिकेट बनवा देंगे।
परिणाम:
- जाली सर्टिफिकेट के कारण दाखिला रद्द।
- ठगी का केस और भविष्य की परीक्षाओं से रोक।
NRI कोटा की धोखाधड़ी
ठग कहते हैं: NRI कोटे में सीट मिल जाएगी, NEET की जरूरत नहीं।
सच: NRI कोटे के लिए भी NEET और वैध NRI प्रायोजक के कागजात जरूरी हैं
खुद को कैसे बचाएं?
- NMC की वेबसाइट चेक करें: www.nmc.org.in पर कॉलेज की मान्यता जांचें।
- आधिकारिक वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें:
- भारत: mcc.nic.in, KEA, या राज्य DME पोर्टल।
- AYUSH: aaccc.gov.in।
- नकद न दें: हमेशा आधिकारिक पेमेंट गेटवे से भुगतान करें और रसीद लें।
- कागजात जांचें: अलॉटमेंट लेटर और रैंक को NTA/MCC रिकॉर्ड से मिलाएं।
- शिकायत करें: संदिग्ध एजेंट्स की शिकायत पुलिस, साइबर क्राइम या मेडिकल शिक्षा विभाग में करें।
कानून क्या कहता है?
NMC नियमों के अनुसार, NEET बिना कोई दाखिला वैध नहीं। धोखाधड़ी वाले दाखिलों का अंजाम:
- सीट रद्द।
- धोखाधड़ी का केस (IPC 420)।
- भविष्य की परीक्षाओं से रोक।
सावधान रहें, सुरक्षित रहें
अगर कोई कहे कि बिना NEET के MBBS सीट मिल सकती है, तो वह झूठ बोल रहा है। मेडिकल शिक्षा आपके भविष्य का सबसे बड़ा निवेश है। फर्जी वादों और शॉर्टकट से बचें। केवल आधिकारिक काउंसलिंग और सत्यापित कॉलेजों पर भरोसा करें। अगर कोई शक हो, तो NMC या MCC से संपर्क करें।
स्रोत: Edufever.com