बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक वायरल वीडियो को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इस वीडियो में वह एक सार्वजनिक मंच पर राष्ट्रगान के दौरान हंसते और बातचीत करने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आते ही बिहार से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक भूचाल आ गया। विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे मुख्यमंत्री की गंभीरता पर सवाल खड़ा करने वाला बताया है।
तेजस्वी यादव का तीखा हमला
- बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
- “कम से कम राष्ट्रगान का तो अपमान मत करिए, मुख्यमंत्री जी। युवा, छात्र, महिला और बुजुर्गों को तो आप प्रतिदिन अपमानित करते ही हैं। कभी महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर ताली बजाते हैं, तो कभी राष्ट्रगान का मखौल उड़ाते हैं।“
- तेजस्वी यादव ने इसे बिहार के लिए चिंताजनक बताते हुए नीतीश कुमार के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी सवाल खड़े किए।
क्या कहते हैं नियम?
राष्ट्रगान से जुड़े नियम भारतीय राष्ट्रीय ध्वज संहिता में स्पष्ट रूप से बताए गए हैं। राष्ट्रगान के दौरान कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है, जिनका उल्लंघन संवैधानिक और कानूनी अपराध हो सकता है।
- राष्ट्रगान के दौरान सभी व्यक्तियों को सावधान मुद्रा में खड़ा होना आवश्यक है।
- जो लोग राष्ट्रगान के समय खड़े नहीं होते, उन्हें गैर-संवैधानिक व्यवहार के रूप में देखा जाता है।
- राष्ट्रगान के शब्द या संगीत में किसी भी प्रकार का बदलाव करना प्रतिबंधित है।
- अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर राष्ट्रगान का अपमान करता है, तो यह एक दंडनीय अपराध है।
- राष्ट्रीय प्रतीकों के अपमान की श्रेणी में आने वाले ऐसे मामलों पर कानूनी कार्रवाई संभव है।
- भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल तक की सजा, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51A(a) के तहत प्रत्येक नागरिक का यह मौलिक कर्तव्य है कि वह राष्ट्रगान का सम्मान करे।
राजनीति या संवैधानिक मुद्दा?
इस घटना ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर गर्मा दिया है। जहां विपक्ष इसे संवैधानिक उल्लंघन और राष्ट्रगान का अपमान बता रहा है, वहीं जदयू नेताओं का कहना है कि वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
यह मामला अब सिर्फ एक राजनीतिक विवाद नहीं रह गया, बल्कि संवैधानिक और कानूनी बहस का विषय बन चुका है। सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री से इस पर कोई सफाई दी जाएगी, या यह मामला यूं ही राजनीति के गलियारों में गूंजता रहेगा?
आपके निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम, उम्मीद करते हैं आप ऐसे ही सच्चाई से लोगों को रूबरू कराते रहेंगे 🙏🙏🙏
धन्यवाद अभिषेक जी। OBC आवाज़ हमेशा अपने मूल्यों पर खड़ा रहेगा।