नई दिल्ली के जंतर मंतर पर सोमवार को विपक्षी गठबंधन INDIA से जुड़े विभिन्न छात्र संगठनों ने बेरोजगारी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी छात्रों के समर्थन में पहुंचे और उन्होंने RSS और BJP पर शैक्षणिक संस्थानों पर कब्जा करने और आलोचनात्मक आवाज़ों को दबाने का आरोप लगाया।
छात्रों के संघर्ष को समर्थन
राहुल गांधी ने इस अवसर पर कहा कि युवा भारत का भविष्य हैं और उनके अधिकारों की रक्षा करना बेहद जरूरी है। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा सरकार शिक्षा को नियंत्रित करने और उसे एक विशेष विचारधारा के अनुरूप ढालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने छात्रों को भरोसा दिलाया कि विपक्ष उनके साथ खड़ा रहेगा और ऐसे सभी फैसलों का पुरजोर विरोध करेगा, जो शिक्षा की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करते हैं।
बेरोजगारी और शिक्षा नीतियों पर बढ़ती नाराजगी
देशभर में बेरोजगारी और शिक्षा प्रणाली में बदलावों को लेकर सरकार के खिलाफ छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हाल ही में NEET परीक्षा विवाद के बाद छात्रों में जबरदस्त असंतोष देखने को मिला था। इस मामले में अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद पूरे देश में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग उठी।
INDIA गठबंधन से जुड़े छात्र संगठनों का कहना है कि नई शिक्षा नीति (NEP) का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था पर राजनीतिक नियंत्रण स्थापित करना है, जिससे संस्थानों की स्वायत्तता समाप्त हो जाएगी। उनका मानना है कि सरकार की यह नीति शिक्षा प्रणाली की विविधता और निष्पक्षता के लिए खतरा बन रही है।
आंदोलन जारी रखने की चेतावनी
छात्र संगठनों ने साफ कहा है कि वे अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे और शिक्षा के अधिकार, रोजगार के अवसर और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज होगा।
देश के युवाओं की आवाज़ दबाने के किसी भी प्रयास का डटकर सामना किया जाएगा, यह INDIA गठबंधन के छात्र संगठनों का स्पष्ट संदेश है।