अमेरिका में एक बार फिर से लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की आवाजें सड़कों पर गूंज उठीं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके अरबपति सलाहकार एलन मस्क के खिलाफ देशभर में हुए ‘हैंड्स ऑफ’ प्रदर्शनों में लाखों अमेरिकियों ने हिस्सा लिया। इन विशाल विरोध प्रदर्शनों को अमेरिका की पूर्व उपराष्ट्रपति और 2024 की डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस का भी समर्थन मिला है।
कमला हैरिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट में आंदोलनकारियों को सलाम करते हुए लिखा,
“आज हमारे देश के हर राज्य में लोग ट्रंप प्रशासन के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, क्योंकि वे ‘प्रोजेक्ट 2025’ को तेज़ी से लागू कर रहे हैं। आप सभी का धन्यवाद कि आपने अपनी आवाज और विरोध की ताकत का इस्तेमाल कर सामाजिक सुरक्षा, मेडिकेयर, मेडिकेड, शिक्षा विभाग, स्वच्छ जल-हवा, और महिलाओं के अधिकारों के लिए खड़े होने का साहस दिखाया है। कामकाजी लोगों की आवाज हमेशा अरबपतियों की शक्ति से बड़ी होगी।”
देशभर में 1,200 से अधिक स्थानों पर प्रदर्शन
इन विरोध प्रदर्शनों का आयोजन अमेरिका के सभी 50 राज्यों के 1,200 से अधिक स्थानों पर किया गया, जिनमें 150 से अधिक संगठनों की भागीदारी थी — जिनमें नागरिक अधिकार समूह, मज़दूर यूनियन, LGBTQ+ संगठन, सैन्य वयोवृद्ध और चुनाव सुधार के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहे और किसी बड़े व्यवधान की खबर नहीं आई। न्यूयॉर्क के मिडटाउन मैनहट्टन से लेकर अलास्का के एंकोरेज और वॉशिंगटन डीसी तक लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर मार्च किया, जिन पर लिखा था —
“ओलिगार्की के खिलाफ लड़ो,”
“हमारा अमेरिका, अरबपतियों का नहीं!”
“मजदूरों की आवाज दबाई नहीं जा सकती।”
एलन मस्क के बढ़ते प्रभाव पर सवाल
टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के मालिक एलन मस्क अब ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) के प्रमुख के रूप में प्रशासन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनका दावा है कि वे करदाताओं के अरबों डॉलर बचा रहे हैं, लेकिन जनता उन्हें अमेरिका में सरकारी संस्थाओं को कमज़ोर करने और सामाजिक कल्याण योजनाओं को सीमित करने वाले चेहरे के रूप में देख रही है।
ट्रंप प्रशासन की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया:
“राष्ट्रपति ट्रंप की प्राथमिकता स्पष्ट है — वे हमेशा पात्र नागरिकों के लिए सोशल सिक्योरिटी, मेडिकेयर और मेडिकेड की रक्षा करेंगे। वहीं, डेमोक्रेट्स की नीति इन योजनाओं का लाभ अवैध अप्रवासियों को देकर इन्हें दिवालिया करने की है, जिससे हमारे बुजुर्गों पर संकट आ सकता है।”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी उभरकर आया
अमेरिका के बाहर भी इस आंदोलन की लहर देखने को मिली। यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम, फ्रांस, नीदरलैंड्स, जर्मनी, पुर्तगाल, मैक्सिको और अमेरिकी क्षेत्र — प्यूर्टो रिको और अमेरिकन समोआ — में भी एकजुटता में प्रदर्शन किए गए है।
‘हैंड्स ऑफ’ आंदोलन अमेरिका में लोकतंत्र की शक्ति, जन समर्थन और नागरिक अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक बन गया है। चाहे वह सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की रक्षा हो या अरबपतियों के अत्यधिक हस्तक्षेप के खिलाफ जनविरोध — यह आंदोलन आने वाले समय की राजनीति को गहराई से प्रभावित कर सकता है। कमला हैरिस जैसे वरिष्ठ नेताओं का समर्थन इस आंदोलन को और अधिक सशक्त बना रहा है और यह विरोध आने वाले दिनों में और तेज़ होगा।