हेमंत सोरेन का भाषण सोमवार, 14 अप्रैल को रांची में आयोजित झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 13वें महाधिवेशन के दौरान गूंजा, जिसमें मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर खुलकर हमला बोला। उन्होंने साफ कहा कि इस देश में इस कदर साजिश रची जा रही है कि अगर कोई सत्ता के खिलाफ आवाज़ उठाता है तो या तो उसे जेल में डाल दिया जाता है या फिर उसका भविष्य अंधकारमय कर दिया जाता है। लेकिन उन्होंने दो टूक कहा, “जेएमएम न कभी डरा है, न डरेगा और न ही झुकेगा। यह राज्य हम किसी को लूटने नहीं देंगे। इस राज्य का हक, इस राज्य के लोगों को पहले मिलेगा।”
मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने भाषण में यह भी कहा कि आज देशभर में डर का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हमें इस भय और धनबल वाली राजनीति के खिलाफ खड़ा होना होगा। “दलित, आदिवासी और किसान वर्ग को संगठित होकर इन ताकतों को सत्ता से हटाना होगा,” उन्होंने जोशीले अंदाज में कहा।
उन्होंने आदरणीय दिशोम गुरुजी (शिबू सोरेन) के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ही झारखंड को एक अलग राज्य का दर्जा मिला। “झारखंड मुक्ति मोर्चा उसी आंदोलन से उपजी पार्टी है। हमें इस विशाल वटवृक्ष को और मजबूती से सींचना है,” उन्होंने कहा।
सोरेन ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य बनने के बाद जिनके हाथ में सत्ता थी, उन्होंने यहां के आदिवासियों, मूलवासियों और झारखंडवासियों की उपेक्षा की। “2019 में जब जनता ने हमें नेतृत्व सौंपा, तब भी विपक्ष ने विकास में रोड़े अटकाए, लेकिन वे सफल नहीं हो सके,” उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा, “आज जनता के आशीर्वाद और झामुमो कार्यकर्ताओं की मेहनत से हमने उस पार्टी को हराया जो खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताती है। यह झारखंड की आत्मा की जीत है।”
महाधिवेशन की भव्यता का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन पहले से अधिक ऊर्जा और गर्व से भरा हुआ है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “हमें राज्य के हर नागरिक के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए दिन-रात काम करना होगा। झारखंड और झारखंडवासियों को आगे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है, और हम पीछे नहीं हटेंगे।”