निवेशक केंद्र के रूप में झारखंड को स्थापित करने की दिशा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 19 अप्रैल को 11 अधिकारियों की उच्चस्तरीय टीम के साथ स्पेन और स्वीडन के दौरे पर रवाना होंगे। इस यात्रा का मकसद राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करना है, खासकर खनन, हरित औद्योगिक इकाइयों, अक्षय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और उन्नत खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में।
इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, टीएफएसजेटी के अध्यक्ष ए.के. रस्तोगी, उद्योग सचिव अरवा राजकमल, जेएसएमडीसी के प्रबंध निदेशक राहुल कुमार सिन्हा, उद्योग निदेशक सुशांत गौरव, जेआईआईडीसीओ के वरुण रंजन, संयुक्त निदेशक प्रणव कुमार पाल और मुख्यमंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह शामिल हैं।
दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री की दिल्ली यात्रा से होगी, जिसके बाद 19 अप्रैल की सुबह वे स्पेन के लिए उड़ान भरेंगे। यह दल 27 अप्रैल तक भारत लौट आएगा।
दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल निवेशकों और स्थानीय उद्यमियों से बैठक करेगा। साथ ही, महिला सशक्तिकरण, लिंग समानता, महिला स्वास्थ्य, जेंडर बजट और महिला उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों की नीतियों और योजनाओं से सीखने का प्रयास किया जाएगा।
राज्य मंत्रिपरिषद की पूर्व बैठक में इस दौरे को स्वीकृति दी जा चुकी है। इससे पहले मुख्यमंत्री कोलकाता में बंगाल बिजनेस समिट में भाग लेकर उद्योग समूहों से संवाद कर चुके हैं।
यह यात्रा झारखंड को निवेशक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम मानी जा रही है, जिससे राज्य में रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिल सकती है।