भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उसी पल्ले को झाड़ लिया और निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के उच्चतम न्यायालय और उसके मुख्य न्यायाधीश पर किए आक्रमण से किनारा कर लिया।
सवाल यह भी है कि वह किनारा कहां है?
किरण रिजिजू उच्चतम न्यायालय को धमका रहे हैं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उच्चतम न्यायालय को परमाणु बम फेंकने वाला बता रहे हैं। सब ओर इस पर चुप्पी है, इतना सन्नाटा क्यों है भाई?
और फिर निशिकांत दुबे के बयान पर इतना सन्नाटा ? कहां हैं विरोधी दल ? दूबे जी ने यह स्वीकार किया है कि देश में गृहयुद्ध चल रहा है और इस गृहयुद्ध के ज़िम्मेदार देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना हैं। तो फिर जस्टिस संजीव खन्ना क्या कर रहे हैं? कब ऐक्शन लेंगे।
और सवाल यह है कि अभी तक राहुल गांधी क्यों चुप हैं
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा का न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना–देना नहीं है। यह इनका व्यक्तिगत बयान है, लेकिन भाजपा ऐसे बयानों से न तो कोई इत्तेफाक रखती है और न ही कभी भी ऐसे बयानों का समर्थन करती है। भाजपा इन बयान…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) April 19, 2025