बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप और हत्या के मामले ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना पर राजनीति भी गरमा गई है। बुधवार, 4 जून को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला हैं।
अमंगल पांडे कह कर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर निशाना साधते हुए कहा, मुजफ्फरपुर की घटना ने कानून व्यवस्था की असलियत उजागर कर दी है। बिहार में स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों ही पूरी तरह फेल हो चुकी हैं। मंगल पांडे ने स्वास्थ्य विभाग को बर्बादी की कगार पर ला दिया है। ये मंगल नहीं, अमंगल पांडे हैं।
एनडीए पर 20 साल की नाकामी का आरोप
उन्होंने एनडीए सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा, बीते 20 साल से ये लोग केवल लालू जी और हमें कोसते आ रहे हैं, लेकिन अपनी नाकामियों पर कभी बात नहीं करते हैं। अगर सिस्टम ऐसे ही नाकारा बना रहा तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हमने अपने 17 महीनों में कई जरूरी सुधार किए, जो आज भी टिके हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री को बहस की चुनौती
तेजस्वी ने स्वास्थ्य मंत्री को खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सरकार में मिशन बुनियाद, मिशन परिवर्तन, और मिशन 60 जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए थे। उन्होंने दावा किया कि एक डॉक्टर को लापरवाही के चलते हटाया गया था, लेकिन मंगल पांडे ने उसे दोबारा बहाल कर दिया। यह वही डॉक्टर हैं जिन पर आरएसएस से जुड़े होने के आरोप लगे थे।
सरकार की सफाई: कार्रवाई जारी है
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही सरकार ने तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने बताया कि वह खुद घटनास्थल का दौरा करेंगे और हालात की बारीकी से समीक्षा करेंगे। उपमुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस जघन्य अपराध में जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ज़िम्मेदारी निभाने में चूक करने वाले अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।