अखिलेश यादव का आगरा दौरा 26 मार्च को समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर हुए हमले के बाद हुआ। शनिवार सुबह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ से कार द्वारा आगरा रवाना हुए और सीधे एमजी रोड स्थित सुमन के घर पहुंचे। वहां उन्होंने परिवार से मुलाकात की, घटना की जानकारी ली और उन्हें भरोसा दिलाया कि पार्टी हर कदम पर उनके साथ है।
यह दौरा केवल औपचारिकता नहीं बल्कि पार्टी नेतृत्व की संवेदनशीलता और एकजुटता का प्रतीक था। हमले में कुछ गाड़ियों को नुकसान हुआ था और परिवार में भय का माहौल बन गया था। समाजवादी पार्टी ने इस घटना को लोकतंत्र पर हमला बताया है और भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा, “जब कोई कार्यकर्ता या नेता मुश्किल में होता है, समाजवादी पार्टी हमेशा साथ खड़ी रहती है। हमारी लड़ाई सांप्रदायिक ताकतों से है और इस लड़ाई में हम पीछे नहीं हटेंगे।”
रामजीलाल सुमन ने अखिलेश यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “पार्टी अध्यक्ष का मेरे घर आना मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने जिस तरह से मेरा और मेरे परिवार का हौसला बढ़ाया, वो दिखाता है कि समाजवादी पार्टी में हर कार्यकर्ता की अहमियत है।”
इस दौरे के दौरान स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। एमजी रोड और सुमन के आवास के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। मीडिया, कार्यकर्ता और आम लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो अखिलेश यादव का आगरा दौरा केवल एक हमले की प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्गों को साधने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी इन वर्गों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटी हुई है।
सपा कार्यकर्ताओं में भी इस दौरे को लेकर काफी उत्साह दिखा। जगह-जगह पर अखिलेश यादव का स्वागत किया गया और उनके नेतृत्व में विश्वास जताया गया।