सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) को घरों को ‘अमानवीय और अवैध’ तरीके से गिराने के लिए फटकार लगाई। कोर्ट ने इस मामले में, जहां नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर मकान गिरा दिए गए थे, उस कार्रवाई को अवैध घोषित करते हुए 5 याचिकाकर्ताओं को 6 सप्ताह के भीतर 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया। इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती को बताया स्वागत योग्य और इसे एक सही कदम बताया।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर इस फैसले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सख्ती उन परिवारों के लिए राहत का कारण बनी है, जिन्हें बिना किसी उचित प्रक्रिया के अपना घर खोना पड़ा। उन्होंने यह भी लिखा कि घर सिर्फ एक इमारत नहीं होती, बल्कि यह एक भावना और परिवार का हिस्सा होता है, जिसे पैसे से नहीं भरा जा सकता।
अखिलेश यादव ने इस मामले में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, “परिवारवाला कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!” उन्होंने यह भी कहा कि इस फैसले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून और मानवाधिकार से कोई भी ऊपर नहीं है।
अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती को स्वागत योग्य बताते हुए यह भी कहा कि यह कदम उन नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए उठाया गया है, जिन्हें केवल सत्ता के दबाव में अपने घरों से बेदखल कर दिया गया था।