अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं और इस बार सुरक्षा और व्यवस्था को पहले से ज्यादा सख्त बनाया गया है। यात्रा इस बार 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा को देखते हुए कई जरूरी नियम लागू किए गए हैं। यात्रा में भाग लेने वाले हर यात्री को कुछ अनिवार्य दस्तावेज साथ लेकर चलना होगा जिनमें मेडिकल सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, यात्रा परमिट और RFID कार्ड शामिल हैं।
RFID कार्ड के बिना नहीं मिलेगी यात्रा की अनुमति
इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए RFID कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। बिना RFID कार्ड के किसी भी यात्री को यात्रा में प्रवेश नहीं मिलेगा। यह कार्ड न केवल यात्री की पहचान सुनिश्चित करता है बल्कि उनकी हर गतिविधि और लोकेशन पर भी नजर रखी जा सकती है जिससे सुरक्षा में कोई चूक न हो।
RFID कार्ड यात्रा शुरू करने से पहले ही रजिस्ट्रेशन केंद्रों से प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए यात्रियों को पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा और फिर संबंधित केंद्र से कार्ड लेना होगा।
जरूरी दस्तावेज और शर्तें
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर यात्री को कुछ जरूरी दस्तावेज साथ रखने होंगे। इनमें सबसे जरूरी है मेडिकल सर्टिफिकेट जो यह प्रमाणित करेगा कि यात्री ऊंचाई वाले क्षेत्र की कठिन यात्रा के लिए शारीरिक रूप से फिट है।
इसके अलावा आधार कार्ड, यात्रा परमिट और RFID कार्ड भी साथ रखना अनिवार्य होगा। यात्रा परमिट सीमित संख्या में ही जारी किए जा रहे हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यात्रा सुचारु रूप से चले।
रेलवे से नहीं होगी यात्रा की अनुमति
इस बार यात्रियों को केवल सड़क मार्ग से ही अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना किया जाएगा। रेलवे के माध्यम से सीधे यात्रा की अनुमति नहीं होगी। सभी जत्थों को सड़क मार्ग से ही आगे बढ़ाया जाएगा ताकि निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था पर पूरा नियंत्रण रखा जा सके।
सड़क मार्ग से रवाना होने वाले जत्थों को कंट्रोल रूम की निगरानी में यात्रा की अनुमति दी जाएगी। कंट्रोल रूम से यात्रा की पल पल की जानकारी ली जा सकेगी और आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई संभव होगी।
कटरा और जम्मू में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए जम्मू और कटरा में सुरक्षा को बहुत सख्त कर दिया गया है। कटरा से सटे सभी सुरक्षा चौकियों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। आने जाने वाले हर वाहन की बारीकी से जांच की जा रही है।
कटरा जम्मू मार्ग पर नोमाई चेक पोस्ट पर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल की गई ताकि सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की जा सके। इसी तरह कटरा उधमपुर और कटरा रियासी मार्ग पर भी लगातार गश्त की जा रही है और हर राहगीर की पहचान जांची जा रही है।
वैष्णो देवी मार्गों पर भी निगरानी
मां वैष्णो देवी के सभी मार्गों पर भी सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ा दी गई है। भवन परिसर से लेकर रास्तों तक पुलिस, सीआरपीएफ और खुफिया एजेंसियों के जवान तैनात हैं। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की लगातार बैठकें हो रही हैं ताकि किसी भी तरह की चूक न हो।
लंगर और RFID केंद्रों की व्यवस्था
जम्मू, कठुआ, सांबा, उधमपुर और रामबन जिलों में कुल 52 लंगर और 60 RFID केंद्र बनाए गए हैं। यहां यात्रियों को भोजन और कार्ड संबंधित सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त जम्मू के सरस्वती धाम में एक विशेष टोकन केंद्र भी स्थापित किया गया है जहां से यात्री अपनी यात्रा से जुड़ी जानकारी और टोकन प्राप्त कर सकते हैं।
कंट्रोल रूम से मिलेगी हर जानकारी
इस बार यात्रा से जुड़ी हर जानकारी के लिए कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। यहां से यात्री मार्ग की स्थिति, मौसम, सुरक्षा और ठहरने के इंतजाम के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले सभी जरूरी दस्तावेज तैयार रखें और केवल मान्य साधनों से यात्रा करें। अगर आप भी अमरनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं तो इन नए नियमों को अच्छी तरह से समझ लें और पहले से तैयारी कर लें ताकि यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित हो सके।