राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला है। यह बयान उस समय आया जब पटना के हाई-सिक्योरिटी पोलो रोड इलाके, जहां कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी रहते हैं, में तेजस्वी यादव के आवास के बाहर दो बाइक सवारों ने फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में ऐसी वारदात ने प्रशासन की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन घटना के बाद से इलाके में दहशत और राजनीतिक हलचल दोनों बढ़ गई हैं।
अपराधियों का राज, मुख्यमंत्री ने खो दिया नियंत्रण
घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार में पूरी तरह से कानून का शासन खत्म हो चुका है। यह अपराधियों का राज है, प्रशासन पूरी तरह बिखर चुका है और मुख्यमंत्री के पास अब कोई नियंत्रण नहीं बचा है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अपराधियों को बचा रहे हैं, AK-47 लेकर चलने वाले अपराधियों को जेल से रिहा कराने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं और ऐसे लोगों को खुली छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा, बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है, न आम आदमी, न नेता।
एनडीए और केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने सिर्फ राज्य सरकार ही नहीं, बल्कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, मोदी जी हमेशा परिवारवाद के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन बिहार में जो हो रहा है, उस पर उनकी नजर नहीं जाती। यहां रिश्तेदारों को पद दिए जा रहे हैं, प्रशासन में सिफारिशी नियुक्तियां हो रही हैं और मुख्यमंत्री के पास कोई नियंत्रण नहीं है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार पूरी तरह से बिखर चुकी है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पुलिस जांच जारी, विपक्ष का सरकार पर दबाव
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन विपक्ष ने इस घटना के बहाने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्यभर में बहस छिड़ गई है। तेजस्वी यादव के मुताबिक, जब राजधानी के सबसे सुरक्षित इलाके में भी गोली चल सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या हाल होगा? उन्होंने सरकार से तुरंत सख्त कार्रवाई और जवाबदेही की मांग की है।
पटना के वीवीआईपी इलाके में फायरिंग की घटना ने बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। तेजस्वी यादव ने इसे पूर्ण अराजकता करार देते हुए नीतीश सरकार की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं और क्या आम लोगों का भरोसा बहाल कर पाते हैं।