पूरी दुनिया की नज़र चीन के पांचवीं पीढ़ी के The Shenyang J-35A पर है और चीन 40 Shenyang J-35A पाकिस्तान को दे रहा है जिसकी डिलीवरी अगस्त 2025 में होगी।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि चीन पाकिस्तान को यह 40 J-35A स्टील्थ लड़ाकू विमान 50% छूट और किश्तों में भुगतान की सुविधा के साथ दे रहा है।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि भारत-पाकिस्तान युद्ध में चीन ने इस लड़ाकू विमान का टेस्ट कर लिया है। भारत के कुछ लड़ाकू विमान, जिसमें राफेल भी संभव है, इसी J-35A द्वारा मार गिराए गए हैं।
The Shenyang J-35A को अभी तक का सबसे उच्चतम तकनीक वाला घातक लड़ाकू विमान माना जाता है। इसे दुनिया का कोई रडार या सेटेलाइट पकड़ नहीं सकता, इसमें कोई आवाज़ नहीं होती, इससे निकलने वाली मिसाइलों को नियंत्रित करके इसकी स्पीड को बढ़ाया जा सकता है। और सबसे घातक है विमान के साथ-साथ मिसाइलों में रडार का लगा होना जो मिसाइलों को खतरे से बचाता है और मिसाइलें अपने लक्ष्य तक 100% पहुंचती हैं। इसकी स्पीड मैक z2.0 है, जो अमेरिकी F-35 की स्पीड मैक 1.6 से अधिक तेज़ है, आवाज़ से दो गुना तेज़। पाकिस्तान 40 J-35A इस साल अगस्त में प्राप्त कर लेगा।
उधर चीन ने अपनी छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान चेंगदू J-36 को विकसित कर लिया है जिसकी स्पीड मैक 2.5 है, आवाज़ से 2.5 गुना तेज़। यह J-35A से भी अधिक घातक है, बेहद नीचे तीव्र स्पीड में बिना आवाज़ के उड़ता है, दुनिया के किसी रडार और किसी सेटेलाइट की नज़र से दूर और बिना ईंधन भरवाए 4,000 किलोमीटर तक जा सकता है। आधुनिक तकनीक वाले AI रडार से युक्त मिसाइल की स्पीड विमान के छोड़ने के बाद दो गुनी तक बढ़ाई जा सकती है। 2026 तक इसे भी पाकिस्तान को मिलने की संभावना है।
दुनिया अभी 5वीं जनरेशन में अटकी है, और हम चौथी जनरेशन में हैं। राफेल 4.5 जनरेशन का विमान है जिसका लोडिंग सोर्स कोड फ्रांस के हाथ में है, और मेंटेनेंस अनिल अंबानी के हाथ, जिन्होंने कभी लड़ाकू विमान की पूंछ भी नहीं बनाई।
सोचा बता दूं..