बीएसएफ कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को बुधवार सुबह 10:30 बजे पाकिस्तान से वापस भारत लाया गया। 23 अप्रैल को ड्यूटी के दौरान वो गलती से पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में भारत-पाक सीमा पार कर पाकिस्तानी इलाके में चले गए थे, जहां उन्हें पाक रेंजर्स ने पकड़ लिया था।
घर लौटे जवान, परिवार में खुशी की लहर
ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) ने इस खबर पर खुशी जताते हुए बयान में कहा, अंततः घर वापसी हो गई। कई दिनों की चिंता और अनिश्चितता के बाद पूर्णम कुमार शॉ अपने देश लौट आए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुश्किल समय में उनकी पत्नी से कई बार बात कर उन्हें भरोसा और सहारा दिया। हम पूर्णम की मानसिक और शारीरिक रिकवरी की कामना करते हैं।
BSF का बयान, बातचीत से मिली रिहाई
BSF ने भी पुष्टि की कि आज सुबह 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर पर जवान को वापस लाया गया। 23 अप्रैल को सुबह 11:50 बजे ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान वह गलती से पाकिस्तान चले गए थे और वहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद लगातार फ्लैग मीटिंग्स और बातचीत से उनकी वापसी संभव हो सकी।
ममता बनर्जी की चिंता और समर्थन
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से ताल्लुक रखने वाले जवान की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 5 मई को गहरी चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था,
यह बेहद दुखद स्थिति है। हमारे सांसद परिवार से लगातार संपर्क में हैं और हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा कराया जाए। हम आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के मसले पर सरकार के साथ हैं।
BSF ने जवानों को किया अलर्ट
घटना के बाद बीएसएफ ने सभी जवानों को चेतावनी जारी करते हुए गश्त के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खास सावधानी बरतने के निर्देश दिए।