कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात समाचार के सह-संस्थापक बहुबली शाह की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की साज़िश बताया और कहा, ये देश न डंडे से चलेगा, न डर से, ये देश सच और संविधान से चलता है।
राहुल गांधी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, अगर कोई अख़बार सरकार से सवाल पूछता है और उसे बंद करने की कोशिश की जाती है, तो ये लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। गुजरात समाचार को चुप कराने की कोशिश सिर्फ एक अख़बार की बात नहीं है, ये पूरे लोकतंत्र को चुप कराने की कोशिश है। जब भी मीडिया को डराया या दबाया जाता है, समझ लीजिए कि लोकतंत्र खतरे में है।
गुजरात समाचार को खामोश करने की कोशिश सिर्फ एक अख़बार की नहीं, पूरे लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की एक और साज़िश है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 16, 2025
जब सत्ता को आईना दिखाने वाले अख़बारों पर ताले लगाए जाते हैं, तब समझ लीजिए लोकतंत्र खतरे में है।
बाहुबली शाह की गिरफ्तारी डर की उसी राजनीति का हिस्सा है, जो अब मोदी…
उन्होंने मोदी सरकार की कार्यशैली को डर की राजनीति कहा और दावा किया कि बहुबली शाह की गिरफ्तारी उसी का हिस्सा है। राहुल ने कहा कि ये अब सरकार की पहचान बन चुकी है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स और ईडी की रेड और फिर शाह की गिरफ्तारी, ये सब यूं ही नहीं हुआ। ये दिखाता है कि बीजेपी सरकार हर उस आवाज़ को बंद करना चाहती है जो सच बोलती है।
केजरीवाल ने कहा, पिछले 48 घंटे में गुजरात समाचार और GSTV पर IT और ED की रेड हुई और फिर उनके मालिक बहुबली भाई शाह को गिरफ्तार किया गया, ये सब बीजेपी की बौखलाहट दिखाता है। लेकिन जनता इस तानाशाही का जवाब ज़रूर देगी।
बीते 48 घंटों में गुजरात समाचार और GSTV पर IT और ED के छापे, और फिर उनके मालिक बाहुबलीभाई शाह की गिरफ्तारी — ये सब एक इत्तेफाक नहीं है। ये बीजेपी की उस बौखलाहट का संकेत है, जो हर उस आवाज़ को खामोश करना चाहती है जो सच बोलती है, सवाल पूछती है। देश और गुजरात की जनता बहुत जल्द इस…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 16, 2025
इस पूरे मामले ने देश में प्रेस की आज़ादी और लोकतंत्र की हालत को लेकर बड़ी बहस छेड़ दी है। विपक्ष का कहना है कि अब सरकार खुलकर मीडिया को डराने और चुप कराने में जुटी है ताकि सच सामने न आ सके।