देश बेचने वाले BJP दलाल्स अब समाज के ग़ुस्से से नहीं बच पा रहे हैं। कांदिवली, मुंबई में शनिवार को यादव समाज ने वो करारा जवाब दिया जो बरसों से दिल में जमा आक्रोश था। मंच से जैसे ही कुछ भाजपा समर्थकों ने हमारे समाज के संघर्षशील नेताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया, लोगों का सब्र टूट गया। यह कार्यक्रम एकता और सामाजिक सम्मान के लिए आयोजित था, लेकिन जब देश बेचने वाले BJP दलालों ने इसे ज़हर उगलने का मंच बना लिया — तो जनता ने जवाब उसी लहजे में दिया।
मंच पर मौजूद वो लोग, जो खुद को राजनीतिक ठेकेदार समझ बैठे थे, जैसे ही जहर उगलने लगे, वहां मौजूद यादव समाज के लोग खामोश नहीं रहे। देखते ही देखते मंच पर चढ़कर उनकी जमकर पिटाई की गई। पूरा घटनाक्रम अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जहां साफ देखा जा सकता है कि कैसे कुछ लोग जान बचाकर भागते नज़र आ रहे हैं।
यह कोई साधारण घटना नहीं थी, बल्कि एक चेतावनी थी। वे नेता जिन्होंने पिछड़े वर्गों को आवाज़ दी, जिनकी वजह से गांव-देहात का आम इंसान भी बोलना सीख पाया, उन पर हमला अब बर्दाश्त के बाहर है। और अगर हमला होगा, तो देश बेचने वाले BJP दलालों को उसी ज़ुबान में जवाब मिलेगा।
समाज अब जाग चुका है। ये वही समाज है जिसने वर्षों अन्याय सहा, लेकिन अब सहनशक्ति नहीं बची। चाहे वो मीडिया हो या मंच — जो भी हमारे सम्मान पर वार करेगा, अब वो बेनकाब भी होगा और ठिकाने भी लगाया जाएगा। कांदिवली की घटना ने ये साफ कर दिया कि अब बातों से नहीं, एक्शन से जवाब मिलेगा।
देश बेचने वाले BJP दलालों को अब समझ लेना चाहिए कि ये जनता न बिकती है, न झुकती है। जो नेता मेहनत, संघर्ष और विचारधारा के प्रतीक रहे हैं — । उनकी गरिमा की रक्षा करना सिर्फ हमारा अधिकार नहीं, कर्तव्य है।
देश बेचने वाले BJP-RSS के दलालों को अब ये समझ आ जानी चाहिए कि अगर फिर से उन्होंने हमारे Godfathers पर उंगली उठाई तो जुबान काट ली जाएगी।