बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने बड़ा डिजिटल कदम उठाया है। चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव से पहले ECINET एप लॉन्च किया है, जो वोटरों, राजनीतिक पार्टियों और चुनाव अधिकारियों के लिए ढेर सारी सुविधाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर लेकर आया है। इस एक एप में 40 से ज्यादा सेवाएं मिलेंगी।
यूज़र फ्रेंडली डिजाइन और आसान इस्तेमाल
ECINET का इंटरफेस काफी सिंपल और आकर्षक है। यूजर्स को अब अलग-अलग एप डाउनलोड करने या बार-बार लॉगिन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वोटिंग से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी और सर्विस अब एक ही जगह पर मिलेंगी। इसे डेस्कटॉप और मोबाइल, दोनों के लिए तैयार किया गया है ताकि हर किसी को इसका इस्तेमाल करना आसान लगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त की पहल
इस एप का आइडिया मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मार्च 2025 में हुई एक बड़ी मीटिंग में पेश किया था। उनके साथ निर्वाचन आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी थे। योजना पर तुरंत काम शुरू हुआ और सिर्फ दो महीनों में एप तैयार होकर लॉन्च कर दिया गया।
डेटा की पक्की सुरक्षा
इस एप में सिर्फ अधिकृत अधिकारी ही डेटा डाल सकेंगे, जिससे गलत जानकारी का कोई चांस नहीं रहेगा। अगर किसी मुद्दे पर विवाद होता है, तो ECINET में मौजूद डेटा को ही कानूनी तौर पर सही माना जाएगा।
किस-किस को होगा फायदा?
इस एप से इन लोगों को सीधा फायदा होगा:
- 100 करोड़ से ज्यादा वोटर
- 10.5 लाख बूथ लेवल अफसर (BLO)
- 15 लाख राजनीतिक दलों के बूथ एजेंट (BLA)
- 45 लाख से ज्यादा चुनाव अधिकारी
- 15,597 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी (AERO)
- 4,123 निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ERO)
- 767 जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO)
सुरक्षा और लीगल कवर भी पक्का
इस एप को लॉन्च करने से पहले आयोग ने इसकी साइबर सिक्योरिटी, डेटा की प्राइवेसी और कानूनी मान्यता की पूरी जांच की है। ECINET को ‘जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951’, ‘निर्वाचक रजिस्ट्रेशन नियम 1960’ और ‘निर्वाचन संचालन नियम 1961’ जैसे कानूनों के तहत पूरी सुरक्षा दी गई है।