सऊदी अरब में शव्वाल 1446 एएच का चांद दिखाई देने के बाद, देश ने रविवार, 30 मार्च को ईद-उल-फितर मनाने की घोषणा की है। भारत में, जहां शनिवार को चांद नहीं देखा गया, ईद-उल-फितर 31 मार्च, सोमवार को मनाई जाने की संभावना है। हालांकि, भारत में इसकी अंतिम पुष्टि रविवार को चांद के दर्शन पर निर्भर करेगी।
भारत में ईद-उल-फितर की संभावित तिथि
भारत में रमज़ान का महीना इस बार संभावित रूप से 29 दिनों का रहेगा, जिसके चलते 31 मार्च, सोमवार को ईद मनाई जाने की संभावना है। यदि रविवार को चांद नजर नहीं आता, तो रमज़ान 30 दिन का होगा और ईद 1 अप्रैल, मंगलवार को मनाई जाएगी।
ईरान और पाकिस्तान में भी शनिवार को शव्वाल का चांद नजर नहीं आया। इन देशों में भी रविवार को चांद दिखने की उम्मीद है, जिससे वहां भी भारत के समान 31 मार्च को ईद मनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
ईद-उल-फितर की तिथि कैसे तय होती है?
इस्लामिक कैलेंडर चांद पर आधारित होता है, और ईद-उल-फितर की तारीख शव्वाल के नए चांद के दर्शन के आधार पर तय होती है। रमज़ान का महीना 29 या 30 दिनों का होता है। यदि 29वें दिन चांद दिखाई दे जाए, तो अगले दिन ईद मनाई जाती है, अन्यथा रमज़ान 30 दिन का होता है और ईद एक दिन बाद मनाई जाती है।
भारत में ईद-उल-फितर की आधिकारिक घोषणा कौन करता है?
भारत में ईद-उल-फितर की तारीख तय करने की जिम्मेदारी रुयत-ए-हिलाल कमेटी (Ruet-e-Hilal Committee) की होती है। यह कमेटी विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त चांद देखने की रिपोर्टों के आधार पर आधिकारिक घोषणा करती है। इसके अलावा, विभिन्न धार्मिक और क्षेत्रीय समितियाँ भी इस प्रक्रिया में योगदान देती हैं। शव्वाल के चांद के दर्शन और पुष्टि के बाद ही आधिकारिक घोषणा की जाती है।
भारत और सऊदी अरब में ईद की तिथियों में अंतर क्यों होता है?
भारत और सऊदी अरब में ईद की तिथि में अंतर मुख्य रूप से चांद के दिखने की भौगोलिक स्थितियों के कारण होता है। यदि चांद 29वें दिन दिख जाए, तो ईद अगले दिन होती है। इस साल सऊदी अरब में चांद दिख गया है, इसलिए वहाँ 30 मार्च, रविवार को ईद मनाई जाएगी।
भारत में शनिवार को चांद नहीं दिखा, जिससे ईद 31 मार्च, सोमवार को होने की संभावना बढ़ गई है। यदि रविवार को भी चांद नहीं दिखता, तो भारत में ईद 1 अप्रैल, मंगलवार को मनाई जाएगी।
भारत में ईद-उल-फितर 2025 की तिथि रविवार को चांद दिखने पर निर्भर करेगी। यदि चांद दिख जाता है, तो 31 मार्च, सोमवार को ईद मनाई जाएगी, अन्यथा ईद 1 अप्रैल, मंगलवार को होगी। चांद के दर्शन से जुड़ी आधिकारिक घोषणा के लिए रुयत-ए-हिलाल कमेटी की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।