ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (36) ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। अपने 13 साल के करियर में उन्होंने 149 वनडे खेले, करीब 4,000 रन बनाए, 77 विकेट लिए, और 2000+ रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सबसे तेज स्ट्राइक रेट (126.70) का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। साथ ही उन्होंने दो वर्ल्ड कप (2015 और 2023) भी जीते।
2027 वर्ल्ड कप तक नहीं टिक पाऊंगा: मैक्सवेल
मैक्सवेल ने ये फैसला फरवरी में खेली गई चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान ही सेलेक्टर जॉर्ज बेली को बता दिया था। उन्होंने कहा:
मैंने साफ कह दिया था, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं 2027 वर्ल्ड कप तक खेल पाऊंगा।’ अब वक्त है कि किसी और खिलाड़ी को मौका मिले, जो उस टूर्नामेंट तक खुद को साबित कर सके।
IPL में चोट से पहले ही ले लिया था फैसला
उनकी आईपीएल 2025 में उंगली की चोट तो बाद की बात थी, संन्यास का फैसला इससे पहले ही हो चुका था। अब वो भी स्टोइनिस, स्मिथ और वॉर्नर जैसे दिग्गजों की लिस्ट में आ गए हैं जिन्होंने हाल ही में वनडे से रिटायरमेंट लिया है।
फिलहाल वो टी20 इंटरनेशनल और फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेलते रहेंगे।
चैम्पियंस ट्रॉफी में आया असली एहसास
मैक्सवेल ने बताया कि चैम्पियंस ट्रॉफी के शुरूआती मैचों ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया:
मैं पहले दो मैचों के लिए फिट था, लेकिन पहले ही मैच के बाद शरीर में काफी तकलीफ होने लगी। फिर एक मैच बारिश से धुल गया तो थोड़ा आराम मिला, लेकिन अगले मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ फील्डिंग बहुत थकाऊ रही , गीली और फिसलन वाली आउटफील्ड में पूरे 50 ओवर। इसके बाद समझ में आ गया कि मेरा शरीर अब ये सब नहीं झेल सकता।
अब ऐसा लगता था कि 50 ओवर बस किसी तरह काटने हैं, और फिर बल्लेबाजी के लिए उतरना और भी भारी पड़ता था। मुझे लगने लगा था कि मैं टीम के लिए बोझ बनता जा रहा हूं।
करियर की झलक
- वनडे खेले: 149
- रन: 3,990
- स्ट्राइक रेट: 126.70 (2000+ रन में सबसे तेज)
- सेंचुरी: 4
- हाफ-सेंचुरी: 23
- विकेट: 77 (औसत 47.32)
- बेस्ट पारी: 201* बनाम अफगानिस्तान (2023 वर्ल्ड कप)
- वर्ल्ड कप विनर: 2015, 2023
2023 का दोहरा शतक, कभी न भूलने वाला पल
अफगानिस्तान के खिलाफ 201 रन की नाबाद पारी को लोग आज भी याद करते हैं। 2024 में आई उनकी किताब The Showman में उन्होंने लिखा:
ये वही पल था जैसे स्टीव वॉ की आखिरी गेंद पर एशेज सेंचुरी, या माइकल बेवन का वो विनिंग फोर, जब लोग पूछते हैं, ‘उस वक्त तुम कहां थे?’ अब मेरे पास भी ऐसा ही एक पल है, जब पूरा ऑस्ट्रेलिया मेरे साथ था।
मैक्सवेल का वनडे संन्यास एक दौर के खत्म होने जैसा है, लेकिन टी20 में वो अब भी वही पुरानी बिजली बने रहेंगे, और फैंस को अभी कई धमाकेदार पारियां देखने को मिलेंगी।