2008 के 26/11 मुंबई हमले में ज़िंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब समेत मारे गए सभी आतंकवादियों को अपना नागरिक मानने से पाकिस्तान ने साफ़ इनकार कर दिया था।
हमले के बाद भारत द्वारा दिए गए तमाम सबूतों के बावजूद, पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी समेत कई अधिकारियों ने कसाब की पाकिस्तानी नागरिकता से इनकार किया।
तब पाकिस्तान के सबसे प्रसिद्ध पत्रकार और जियो न्यूज़ के संपादक हामिद मीर ने पाकिस्तान में अजमल कसाब का घर खोज निकाला। उन्होंने कसाब के पिता से मुलाकात की और पंजाब प्रांत के फरीदकोट गांव में उनका चित्र दिखाकर पहचान कराई कि यह कसाब ही है, उनका बेटा है।
हामिद मीर ने कसाब के पिता और अन्य परिजनों से बातचीत पर आधारित रिपोर्ट जियो न्यूज़ पर प्रसारित की। इससे पाकिस्तान की सरकार बैकफुट पर आ गई और भारत के पक्ष में एक मजबूत प्रमाण सामने आ गया।
भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को सबूत के रूप में पेश किया, जबकि पाकिस्तान सरकार और सेना ने इसका विरोध किया। पाकिस्तानी मीडिया ने हामिद मीर पर भारत का पक्ष लेने, पाकिस्तानी सेना और ISI को बदनाम करने के आरोप लगाए।
सरकार ने उन पर दबाव बनाया, चैनल का लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी गई, चैनल के दफ़्तर पर हमला भी हुआ, लेकिन हामिद मीर डटे रहे। अंततः जनवरी 2009 में पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी को कसाब की पाकिस्तानी नागरिकता स्वीकार करनी पड़ी।
यह रिपोर्ट पाकिस्तान की ही मीडिया द्वारा प्रसारित की गई थी, जब भारत-पाक तनाव चरम पर था। ऐसे समय में अपनी ही सरकार के खिलाफ सच के साथ खड़े होना असली पत्रकारिता है।
बलूचिस्तान और सेना पर रिपोर्टिंग
हामिद मीर ने जियो टीवी पर बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन और पाकिस्तानी सेना-ISI द्वारा बलूच नागरिकों के जबरन गायब होने, हत्याओं और दमन के मामलों को बार-बार उजागर किया।
अपने देश की सेना और खुफिया एजेंसी के आलोचक होने के कारण, 19 अप्रैल 2014 को कराची में उन पर जानलेवा हमला किया गया। अज्ञात हमलावरों ने उनकी कार पर छह गोलियां चलाईं, जो उनके कंधे, पेट और जांघ में लगीं। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, उन्होंने ISI पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि वे डरेंगे नहीं।
जियो टीवी ने हमले के लिए ISI को जिम्मेदार ठहराते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसे पाकिस्तान सरकार और सेना ने खारिज कर दिया। इसके बाद 7 जून 2014 को PEMRA ने जियो टीवी पर 15 दिन का प्रतिबंध और 1 लाख डॉलर जुर्माना लगाया।
ओसामा बिन लादेन का इंटरव्यू
हामिद मीर दुनिया के एकमात्र पत्रकार हैं, जिन्होंने ओसामा बिन लादेन का दो बार इंटरव्यू किया और पाकिस्तान में उसके छिपे होने को लेकर कई रिपोर्टें प्रकाशित कीं।

भारत को गाली देने की कीमत
हाल ही में एक इंटरव्यू में हामिद मीर ने खुलासा किया कि जब भारतीय टीवी चैनल पाकिस्तानी पैनलिस्ट को डिबेट में बुलाते हैं, तो भारत को गंदी-गंदी गालियां देने के एवज में उन्हें मोटी रकम दी जाती है।
उन्होंने अर्नब गोस्वामी और रिपब्लिक टीवी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि इन चैनलों ने उन्हें निर्देश दिए थे कि भारत के खिलाफ क्या बोलना है।
अब सवाल है, किस माध्यम से पैसे दिए गए, कितनी रकम तय हुई, और गालियां दिलाने की सज़ा क्या है? कुछ नहीं। यही है नया भारत।