अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग समूह HSBC ने अपने निवेश बैंकिंग कर्मचारियों को उस दिन नौकरी से निकाल दिया, जब उन्हें उनके वार्षिक बोनस की जानकारी मिलने वाली थी। इस कदम से बैंकिंग क्षेत्र में हलचल मच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक ने न केवल कई कर्मचारियों को निकाल दिया बल्कि उन्हें 2024 में किए गए काम के लिए कोई बोनस भी नहीं दिया।
HSBC में निवेश बैंकिंग इकाई में बड़े बदलाव
HSBC ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह एशिया और मध्य पूर्व के बाहर अपनी विलय एवं अधिग्रहण (M&A) सलाहकार सेवाओं और इक्विटी कैपिटल मार्केट व्यवसाय को बंद कर देगा। इसके तहत पिछले महीने यूके इन्वेस्टमेंट बैंकिंग यूनिट के कई कर्मचारियों को उनकी नौकरी समाप्त होने की सूचना दी गई।
HSBC की इस नीति से वाइस प्रेसिडेंट स्तर और उससे ऊपर के कर्मचारियों को विशेष रूप से नुकसान हुआ है। सूत्रों के अनुसार, जिन कर्मचारियों की छंटनी की गई, उन्हें कोई बोनस नहीं दिया गया।
कर्मचारियों में नाराजगी, बैंक ने नहीं दी कोई सफाई
बैंक की इस सख्त नीति से कर्मचारियों में नाराजगी देखी जा रही है। HSBC का अब तक अपने कर्मचारियों के प्रति नरम रुख रहा है, लेकिन इस बार स्थिति अलग रही। बैंक ने इस मामले में कोई आधिकारिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। आमतौर पर अन्य बैंक छंटनी के दौरान भी कुछ बोनस जारी करते हैं, लेकिन HSBC ने इस बार पूरी तरह से इसे रोक दिया।
HSBC में व्यापक लागत कटौती अभियान
सितंबर 2024 में HSBC के नए सीईओ जॉर्ज एल्हेडेरी ने पदभार संभालने के बाद से लागत में भारी कटौती करने का निर्णय लिया है। HSBC ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह 2025 में $300 मिलियन (लगभग ₹2360 करोड़) की बचत करेगा और अगले साल के अंत तक अपनी वार्षिक लागत को $1.5 बिलियन तक कम करेगा।
एल्हेडेरी ने एशिया और मध्य पूर्व में भी निवेश बैंकिंग संचालन को बंद करने पर विचार किया था, हालांकि उन्होंने फिलहाल ऐसा नहीं किया है। बैंक का मानना है कि इन क्षेत्रों में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग बड़े ग्राहकों से संबंध बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
हांगकांग में भी कटौती, नई रणनीति के तहत पुनर्गठन जारी
HSBC ने हांगकांग में भी निवेश बैंकिंग की नौकरियों में कटौती की है। निवेश बैंकिंग HSBC के कुल व्यवसाय का एक छोटा हिस्सा है, जबकि वाणिज्यिक और खुदरा बैंकिंग इसका प्रमुख क्षेत्र है।
बैंक के पुनर्गठन कार्यक्रम में HSBC की तीन प्रमुख इकाइयों में से दो का विलय, वरिष्ठ बैंकर्स की छंटनी और संचालन को “पूर्वी बाजार” और “पश्चिमी बाजार” के रूप में विभाजित करना शामिल है। हालांकि, बाद में इन श्रेणियों का नाम बदल दिया गया।
ब्याज दरों में गिरावट से HSBC पर दबाव
HSBC को हाल के वर्षों में बढ़ी हुई ब्याज दरों से लाभ हुआ था, लेकिन अब इस बढ़त में गिरावट आई है। बैंक की लगभग आधी आय ब्याज से आती है, लेकिन 2024 में इसकी शुद्ध ब्याज आय घट गई।
एल्हेडेरी का वेतन पैकेज विवादों में
HSBC ने हाल ही में अपने नए सीईओ जॉर्ज एल्हेडेरी के लिए £15.3 मिलियन (लगभग ₹160 करोड़) तक का वेतन पैकेज प्रस्तावित किया है, जो बैंक के शेयर मूल्य में 50% की वृद्धि होने पर £19.8 मिलियन (लगभग ₹200 करोड़) तक पहुंच सकता है। यह पैकेज उनके पूर्ववर्ती नोएल क्विन के वेतन से कहीं अधिक है।
बैंकिंग जगत में HSBC के इस फैसले को कठोर माना जा रहा है। जहां एक तरफ कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है और उनका बोनस रोका जा रहा है, वहीं शीर्ष प्रबंधन के लिए भारी वेतन वृद्धि प्रस्तावित की गई है।