मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से ईरान और इज़राइल के बीच 12 दिनों की भीषण जंग के बाद संघर्षविराम (Ceasefire) की घोषणा हुई। लेकिन इस घोषणा के महज ढाई घंटे बाद ही इज़राइल ने आरोप लगाया कि ईरान ने फिर से मिसाइल दागे, जिससे दक्षिणी इज़राइल के बीयरशेवा शहर में चार लोगों की मौत हो गई। इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल कात्ज़ ने सेना को ताकतवर जवाब देने और तेहरान में हाई-इंटेंसिटी ऑपरेशन चलाने का आदेश दिया है।
ईरान बोला कोई समझौता नहीं सिर्फ जवाबी हमला
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि अभी तक इज़राइल के साथ संघर्षविराम पर कोई औपचारिक समझौता नहीं हुआ है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, अगर इज़राइल 4 बजे (तेहरान समय) तक अपनी आक्रामकता रोक देता है तो हम भी जवाबी कार्रवाई बंद कर देंगे, लेकिन अंतिम फैसला बाद में लिया जाएगा। ईरान का कहना है कि उसने अमेरिकी एयरबेस पर हमले के बाद अपनी सैन्य कार्रवाई रोक दी थी, लेकिन इज़राइल के नए हमलों के बाद जवाबी मिसाइल दागे गए।
अमेरिका की भूमिका और क्षेत्रीय तनाव
इस संघर्षविराम से कुछ घंटे पहले ही ईरान ने कतर में स्थित अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर छह मिसाइलें दागीं, जो अमेरिकी बमवर्षकों द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में की गई कार्रवाई थी। इस हमले के बाद कुवैत, बहरीन, कतर और यूएई जैसे कई खाड़ी देशों ने सुरक्षा कारणों से अपने एयरस्पेस बंद कर दिए। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने हमले से पहले चेतावनी दी थी और ज्यादातर मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया गया, जिससे कोई बड़ा नुकसान या अमेरिकी सैनिकों की मौत नहीं हुई।
दोनों पक्षों के दावे तनाव बरकरार
इज़राइल और ईरान दोनों ने अलग-अलग बयान जारी कर संघर्षविराम की पुष्टि की, लेकिन दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं। इज़राइल का कहना है कि उसने अपने सैन्य लक्ष्यों को पूरा कर लिया है और अब किसी भी उल्लंघन पर ‘कड़ी प्रतिक्रिया’ दी जाएगी। ईरान ने कहा कि उसकी सेना जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है और अगर इज़राइल ने हमला जारी रखा तो वह भी पीछे नहीं हटेगा।
खाड़ी में तेल यातायात और उड़ानों पर असर
इस पूरे घटनाक्रम के चलते स्ट्रेट ऑफ होरमुज़ में खतरे का स्तर ऊंचा है, हालांकि अभी तक तेल टैंकरों की आवाजाही सामान्य बनी हुई है। वहीं, क्षेत्रीय एयरस्पेस बंद होने से कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं, और प्रमुख एयरलाइनों ने ईरान, इराक, इज़राइल, सीरिया समेत कई देशों के लिए सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी हैं।
ईरान-इज़राइल संघर्षविराम बेहद नाजुक मोड़ पर है। दोनों पक्षों के बीच अविश्वास और ताजा मिसाइल हमलों ने हालात को फिर से तनावपूर्ण बना दिया है। अमेरिका की मध्यस्थता से भले ही संघर्षविराम की घोषणा हुई हो, लेकिन जमीनी स्तर पर शांति अभी दूर दिख रही है। क्षेत्रीय सुरक्षा, तेल आपूर्ति और वैश्विक उड़ानों पर इसका असर साफ देखा जा सकता है। अगले कुछ घंटे और दिन इस संघर्षविराम की असली परीक्षा होंगे।