ISRO का 101वां सैटेलाइट EOS-09 को रविवार, 18 मई को लॉन्च करने जा रहा है। इसे PSLV-C61 रॉकेट के ज़रिए सुबह 5:59 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। यह PSLV की 63वीं फ्लाइट होगी और PSLV-XL वर्जन की 27वीं उड़ान।
ISRO ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी
ISRO का 101वां लॉन्च। PSLV-C61 एक नजर में: ऊंचाई 44.5 मीटर | वज़न 321 टन | 4 स्टेज | 6 XL बूस्टर। लाइव प्रसारण सुबह 5:29 बजे से शुरू होगा।
⏳ T-12 hours to ISRO’s 101st space launch
— ISRO (@isro) May 17, 2025
PSLV-C61 is mission-ready
📅 18 May 2025 | 5:59 AM IST |
📍 FLP, SDSC SHAR
📺 Live from 5:29 AMhttps://t.co/JTNzdc0QGP
More information: https://t.co/cIrVUJxcTZ#ISRO #Countdown #PSLVC61 pic.twitter.com/dnd5n0pFF6
EOS-09: निगरानी और सुरक्षा के लिए खास सैटेलाइट
EOS-09 एक अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट है, जिसे सूर्य समकालिक ध्रुवीय कक्षा (SSPO) में भेजा जाएगा। इसमें C-बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार लगा है, जिससे यह दिन-रात और किसी भी मौसम में धरती की हाई-रेजोल्यूशन तस्वीरें ले सकता है।
ISRO के पूर्व वैज्ञानिक मनीष पुरोहित ने बताया कि यह मिशन RISAT-1 का फॉलो-अप है।
उनके मुताबिक, हाल की पहलगाम आतंकी घटना और ऑपरेशन सिंदूर को देखते हुए EOS-09 सीमाओं और तटीय इलाकों की निगरानी में अहम साबित होगा। यह संदिग्ध गतिविधियों और घुसपैठ पर नजर रखने में मदद करेगा।
लॉन्च के बाद की प्लानिंग
EOS-09 के सफल प्रक्षेपण के बाद PSLV के PS4 स्टेज की ऊंचाई Orbit Change Thrusters (OCT) के जरिए घटाई जाएगी। फिर इसे निष्क्रिय कर दिया जाएगा ताकि यह स्पेस डेब्रिस न बने। ISRO का ये कदम जिम्मेदार स्पेस ऑपरेशन की दिशा में एक और मजबूत पहल है।
देश की सुरक्षा और पर्यावरण पर नजर
ISRO प्रमुख वी. नारायणन ने कहा, PSLV-C61/EOS-09 मिशन ISRO की तकनीकी क्षमता और देश के हितों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।
IN-SPACe के प्रमुख पवन गोयनका ने भी इस मिशन को अहम बताया और कहा कि भारत को अपनी अंतरिक्ष क्षमताओं को लगातार और बेहतर बनाते रहना होगा।
जल्द ही ISRO और NASA मिलकर NISAR सैटेलाइट को भी लॉन्च करेंगे, जो धरती की सतह, पारिस्थितिकी और प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी करेगा।