लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने भारत के 22 लाख सक्रिय रक्षा और अर्धसैनिक बलों के लिए ‘जय जवान स्कॉलरशिप’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सभी सैनिकों को LPU की ऑनलाइन डिग्री कोर्स में 100% फीस माफ़ की जाएगी।
ऑनलाइन कोर्स में मिलेगा पूरा फ़ीस माफ़
एलपीयू ने यह स्कॉलरशिप अपने ऑनलाइन अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए शुरू की है। सेना, नौसेना, वायुसेना, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ और एसएसबी के जवान इसका लाभ ले सकते हैं।
ऑनलाइन कोर्सेज की खास बात यह है कि यह कभी भी और कहीं से भी पढ़े जा सकते हैं। परीक्षा और क्लासेस दोनों ऑनलाइन होती हैं, जिससे फौजी भाइयों को ट्रांसफर या ड्यूटी की दिक्कत नहीं होगी।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद की गई घोषणा
यह स्कॉलरशिप ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद शुरू की गई है। इस ऑपरेशन में हमारे सैनिकों ने पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हुए हमले के बाद बहादुरी से जवाब दिया और देश को सुरक्षित रखा। इसी बहादुरी की सराहना में यह पहल की गई है।
डॉ. अशोक मित्तल ने की घोषणा
एलपीयू के चांसलर और राज्यसभा सांसद डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने नई दिल्ली के संविधान क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा:
हमारे सैनिक देश की रक्षा करते हैं, अब हमारी बारी है उन्हें शिक्षा से सशक्त बनाने की। ये स्कॉलरशिप सिर्फ एक शब्दों की श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि एक सशक्त कदम है।”
दो साल के लिए लागू होगी योजना
जो भी सैनिक 2025-2026 या 2026-2027 सत्र में (जुलाई या जनवरी में) दाख़िला लेंगे, वे इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र होंगे। यह योजना दो साल तक चलेगी।
कौन कर सकता है आवेदन?
- योग्यता: सभी रैंक के जवान और अफसर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
- अंडरग्रेजुएट कोर्स: जिन सैनिकों ने 12वीं पास की है, वे स्नातक कोर्स कर सकते हैं।
- पोस्टग्रेजुएट कोर्स: ग्रेजुएट जवान मास्टर्स कर सकते हैं।
यूजीसी से मान्यता प्राप्त ऑनलाइन डिग्री
डॉ. मित्तल ने बताया कि एलपीयू की ऑनलाइन डिग्री को यूजीसी (UGC) की पूरी मान्यता प्राप्त है। यह डिग्री भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में मान्य है और सरकारी नौकरियों व उच्च शिक्षा के लिए योग्य मानी जाती है।
एलपीयू और सेना का पुराना रिश्ता
एलपीयू के संस्थापक एक समय में डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर थे। पिछले 70 वर्षों से Lovely Group सेना के साथ जुड़ा रहा है। यह योजना उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए देश की सेवा का एक नया अध्याय है।