फिरोजाबाद की JS यूनिवर्सिटी एक बार फिर बड़े विवाद में घिर गई है। पहले बीपीएड की फर्जी डिग्रियों का मामला सामने आया था, और अब खुलासा हुआ है कि यूनिवर्सिटी ने इंजीनियरिंग की भी फर्जी डिग्रियां बेची हैं। फर्जी डिग्री मामला JS यूनिवर्सिटी का यह नया चेहरा छात्रों और उनके परिवारों के लिए बेहद चिंता का कारण बन गया है।
यह मामला शिकोहाबाद के मुस्तफाबाद गांव का है। यहां के रहने वाले महेंद्र सिंह के दो बेटों, ललित यादव और प्रबल यादव ने JS यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग डिप्लोमा और बीटेक (इलेक्ट्रिकल) की डिग्री ली थी। अब उनके बड़े भाई ब्रजकिशोर उर्फ बिल्लू सामने आए हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने उनसे 8 लाख 50 हजार रुपये लेकर नकली डिग्रियां थमा दीं। उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्री मामला JS यूनिवर्सिटी में अब तक कई छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है।
ब्रजकिशोर ने शिकोहाबाद कोतवाली में इस मामले की शिकायत दी, और अब पुलिस ने यूनिवर्सिटी के कुलपति सुकेश यादव, वाइस चांसलर पीएस यादव, डायरेक्टर गौरव यादव, रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि फर्जी डिग्री मामला JS यूनिवर्सिटी को गंभीरता से लिया जा रहा है और जांच तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अखिलेश भदौरिया ने कहा कि जांच शुरू हो चुकी है। जरूरत पड़ी तो आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
पहले भी विवादों में रहा है JS यूनिवर्सिटी
यह पहली बार नहीं है जब फर्जी डिग्री मामला JS यूनिवर्सिटी को लेकर सुर्खियों में आया है। कुछ ही महीने पहले राजस्थान में इस यूनिवर्सिटी की बीपीएड डिग्रियां फर्जी पाई गई थीं। इन डिग्रियों के दम पर 254 युवक सरकारी नौकरी में शारीरिक शिक्षक बन गए थे। दस्तावेजों की जांच में पता चला कि यूनिवर्सिटी ने जितनी सीटें तय थीं, उससे कई गुना ज्यादा डिग्रियां बांटी थीं।
उस केस में राजस्थान की SOG टीम ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा, कुलपति सुकेश यादव और एक बिचौलिए अजय भारद्वाज को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया।
अब लगातार एक के बाद एक फर्जी डिग्री मामला JS यूनिवर्सिटी से जुड़ी शिकायतें सामने आ रही हैं। हाल ही में BSc एग्रीकल्चर के छात्रों ने भी इसी तरह का आरोप लगाया और केस दर्ज करवाया।करवाया था।