बिहार के कैमूर जिले में पुलिस हिरासत के दौरान एक 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत ने सवालों का एक नया सिलसिला खड़ा कर दिया है। मृतक की पहचान संजय शंकर पांडेय, निवासी ठकुरहट गांव, के रूप में हुई है। शुक्रवार को उन्हें शराब के नशे में अपने ही परिवार से मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस कस्टडी में ही उनकी हालत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और मारपीट का आरोप लगाया है।
कैसे हुई घटना?
परिवार से झगड़े की सूचना डायल-112 को दी गई थी। संजय शंकर को पुलिस करमचट थाना क्षेत्र से हिरासत में लेकर लाई। मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि भी हुई। इसके बाद पुलिस उन्हें थाने लेकर आई, जहां कुछ घंटों में उनकी तबीयत बिगड़ गई।
भभुआ सदर अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। शव की जांच के दौरान गर्दन के ऊपर और पैर में जख्म के हल्के निशान भी पाए गए हैं।
परिजनों का आरोप: “पुलिस की लापरवाही से गई जान”
मृतक के बड़े भाई अजय शंकर पांडेय ने बताया:
“हमने खुद पुलिस को बुलाया क्योंकि संजय शराब के नशे में परिवार से झगड़ रहे थे। पुलिस उन्हें ले गई और कुछ घंटों बाद खबर मिली कि उनकी मौत हो गई। हमें यकीन है कि थाने में कुछ गड़बड़ हुई है। हमें न्याय चाहिए।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
भभुआ डीएसपी शिव शंकर कुमार ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो संजय अपनी बेटी से मारपीट कर रहे थे। उन्हें पकड़कर मेडिकल जांच कराई गई और थाने लाया गया। डीएसपी के अनुसार, संजय की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था।
जांच के लिए मजिस्ट्रेट की निगरानी में पूरी प्रक्रिया कराई जा रही है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई है और मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।