अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने माइग्रेंट विरोध प्रदर्शनों पर सख्ती दिखाते हुए नेशनल गार्ड को तैनात करने का आदेश दिया है। ये प्रदर्शन फेडरल इमिग्रेशन छापों के खिलाफ लगातार चौथे दिन जारी हैं।
ट्रंप का दावा, लॉस एंजेलेस पर हमला हो गया है
सोमवार, 9 जून की सुबह TRUTH सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने कहा,
एक वक्त में शानदार शहर रहा लॉस एंजेलेस अब अवैध प्रवासियों और अपराधियों के कब्जे में है। हिंसक भीड़ हमारे फेडरल एजेंट्स पर हमला कर रही है ताकि हमारे डिपोर्टेशन मिशन को रोका जा सके।
गृह सुरक्षा और सेना को एक्शन के निर्देश
अपने बयान में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को निर्देश दिया है कि वे बाकी विभागों के साथ मिलकर लॉस एंजेलेस को इन माइग्रेंट दंगों से मुक्त कराएं।
उन्होंने यह भी कहा, लॉ एंड ऑर्डर फिर से बहाल होगा। अवैध प्रवासियों को बाहर निकाला जाएगा और लॉस एंजेलेस को आज़ाद किया जाएगा।
लॉस एंजेलेस में सेना की तैनाती
अमेरिकी सेना ने बताया कि 79वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड कॉम्बैट टीम से 300 नेशनल गार्ड जवानों को लॉस एंजेलेस के तीन बड़े इलाकों में तैनात किया गया है। इनका काम फेडरल प्रॉपर्टी और वहां मौजूद स्टाफ की सुरक्षा करना है।
पुलिस ने किया बल प्रयोग, भीड़ को रोका गया
प्रदर्शनकारियों को डिटेंशन सेंटर्स तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया। हालात बिगड़ने पर लाठीचार्ज, फ्लैश बैंग ग्रेनेड और ज्यादा आंसू गैस के जरिए भीड़ को पीछे हटाया गया। प्रदर्शनकारियों का एक ग्रुप पास के फ्रीवे तक पहुंच गया, जिससे ट्रैफिक भी रुक गया।
(स्रोत livemint.com)