मऊ के हरिकेशपुरा में बुधवार शाम एक ऐसा वाकया हुआ जिसने बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया। ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल हो गई। यूपी सरकार के आठ साल पूरे होने पर आयोजित ‘विकास उत्सव’ के तीसरे दिन ऊर्जा और नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। कार्यक्रम चल ही रहा था कि अचानक बिजली चली गई और पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया।
ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल होने से मंच पर मौजूद लोग असहज हो गए, लेकिन मंत्री ने अंधेरे में भी अपना भाषण जारी रखा। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब मंत्री मंच से उतरे, तब भी बिजली नहीं आई थी। ऐसे में उन्हें टॉर्च की रोशनी में अपने जूते पहनने पड़े।
घटना से नाराज मंत्री ने मौके पर ही सख्त कार्रवाई करते हुए एसडीओ प्रकाश सिंह और जेई ओपी कुशवाहा को निलंबित कर दिया। साथ ही अधीक्षण अभियंता संजीव वैश्य और अधिशासी अभियंता भुवन राज सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उन्होंने साफ कहा कि “काम में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल होना सिर्फ तकनीकी गलती नहीं, बल्कि यह पूरी व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल है। मऊ में 25 से 27 मार्च तक विकास उत्सव का आयोजन किया गया था। पहले दिन प्रभारी मंत्री गिरीश चंद्र यादव और दूसरे दिन पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर कार्यक्रम में शामिल हुए थे। तीसरे दिन जब ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल हुई, तो पूरे आयोजन की साख पर सवाल खड़े हो गए।
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि विभाग इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और आगे क्या सुधारात्मक कदम उठाए जाते हैं।