भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच कल दोपहर 3.00 बजे तक सन्नाटा था, पाकिस्तान ने उसके पहले रात 1.00 बजे भारत के 15 शहरों पर निशाना बनाया था और कल सुबह होते ही देश के उन तमाम शहरों से मिसाइल के टुकड़े बरामद होने लगे। इन हमलों में जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में कारी मोहम्मद इकबाल सहित 16 लोगों की शहादत हुई। दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि कई मुख्यधारा मीडिया चैनलों ने बिना पुष्टि के उन्हें “पाकिस्तानी आतंकी” करार दे दिया।
इसके बाद माहौल गर्माने लगा। लाहौर, रावलपिंडी स्टेडियम, सैन्य मुख्यालय, कराची, पेशावर और इस्लामाबाद जैसे पाकिस्तानी शहरों पर भारत के ड्रोन हमले की खबरें भांड मीडिया में तेज़ी से फैलने लगीं, हर जगह “पों पों” सायरनों के साथ ब्रेकिंग न्यूज चल रही थी।
शाम 5.40 पर भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने उपरोक्त सभी अफ़वाहों पर विराम लगाते हुए सिर्फ पाकिस्तान द्वारा देश के 15 शहरों पर हमले की बात कही , पूंछ में पाकिस्तान की फायरिंग में 16 लोगों की शहादत की जानकारी दी और सिर्फ यह कहा कि हमारे पास सूचना है कि भारतीय सेना द्वारा लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त कर दिया गया है।
अर्थात प्रेस रेटिंग में 156 देशों की सूची में 142वें पायदान पर खड़ा भांड मीडिया ने अपने पायदान को सही सिद्ध किया।
रात होते-होते “पों पों” फिर शुरू हो गया। अब बताया जाने लगा कि भारतीय सेना पाकिस्तान में 70 किलोमीटर तक घुस चुकी है, शाहबाज शरीफ के घर के पास हमला हुआ है, लाहौर, कराची और रावलपिंडी तक हमले हो रहे हैं और सुबह तक पाकिस्तान पर कब्जा संभव है।
रात 11:00 बजे तक सारे चैनलों पर “पों पों पों पों” होता रहा और फिर इसके बाद भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के ट्विटर हैंडल से देश को बताया जाता है कि:
“आज जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य स्टेशनों और जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा निशाना बनाया गया।
स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुरूप गतिज और गैर-गतिज क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से बेअसर कर दिया गया। किसी के हताहत होने या भौतिक नुकसान की सूचना नहीं मिली।
भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
इसमें कहीं से भी पाकिस्तान पर आक्रमण की कोई सूचना नहीं दी गई है, जबकि भांड मीडिया के अनुसार इस समय पूरे पाकिस्तान पर कब्ज़ा हो चुका है।
1:00 बजे रात तक पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर का तख्ता पलट और उसे गिरफ्तार करने की खबरें फैलने लगीं और दिलनवाज मिर्जा को पाकिस्तान का सेना प्रमुख बना दिया गया, इमरान खान को उनके समर्थकों ने जेल से छुड़ा लिया जैसी खबरें ब्रेक होने लगीं।
कहने का अर्थ यह है कि युद्धोन्माद में पागल भांड मीडिया पर भरोसा करके आप अपना ब्लडप्रेशर न बढ़ाएं और भारतीय रक्षा मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय के बयान को ही सच मानें।
यह हरामखोर इतने बेलगाम हो चुके हैं कि इस तनाव में सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी भी नहीं मान रहे हैं और भारतीय सेना के मूवमेंट की जानकारी “पों पों पों” के साथ ब्रेक कर रहे हैं।
धैर्य बनाए रखिए… भारतीय सेना जो करेगी उसके लिए झूठ नहीं, सच खुद बोलेगा। की ज़रूरत नहीं है……