इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को 50 रनों से हरा दिया। हालांकि, इस मैच में एमएस धोनी के नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने के फैसले ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं। फैंस इस रणनीति से नाखुश दिखे और सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की।
धोनी की देर से एंट्री बनी चर्चा का विषय
चेन्नई सुपर किंग्स को 197 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम लगातार विकेट गंवाती रही। जब शिवम दुबे 13वें ओवर में आउट हुए, तो प्रशंसकों को उम्मीद थी कि एमएस धोनी मैदान पर आएंगे। लेकिन उनकी जगह रविचंद्रन अश्विन बल्लेबाजी करने उतरे। इसके बाद, जब धोनी आखिरकार 16वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए उतरे, तब तक मैच लगभग सीएसके के हाथ से निकल चुका था। उन्होंने 16 गेंदों में नाबाद 30 रन बनाए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और सीएसके को हार झेलनी पड़ी।
आरसीबी की दमदार बल्लेबाजी
पहले बल्लेबाजी करते हुए आरसीबी ने 196/7 का मजबूत स्कोर खड़ा किया। कप्तान रजत पाटीदार ने 32 गेंदों में 51 रन बनाए, जबकि ओपनर फिल सॉल्ट (32 रन, 16 गेंद), विराट कोहली (31 रन, 30 गेंद) और टिम डेविड (नाबाद 22 रन, 8 गेंद) ने भी अहम योगदान दिया।
सीएसके की कमजोर बल्लेबाजी प्रदर्शन
चेन्नई सुपर किंग्स की बल्लेबाजी इस मुकाबले में अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही। रचिन रविंद्र ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए, जबकि धोनी 30 रन बनाकर नाबाद लौटे। बाकी बल्लेबाज आरसीबी के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सके और पूरी टीम 146/8 पर सिमट गई।
आरसीबी की घातक गेंदबाजी
आरसीबी के गेंदबाजों ने इस मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन किया। जोश हेजलवुड (3/21), यश दयाल (2/18) और लियाम लिविंगस्टोन (2/28) ने मिलकर सीएसके के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
फैंस की नाराजगी और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
धोनी के नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने के फैसले ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त बहस छेड़ दी। कई फैंस ने इसे ‘सबसे निचला स्तर’ करार दिया और टीम मैनेजमेंट की रणनीति पर सवाल उठाए। लोगों का मानना था कि अगर धोनी पहले बल्लेबाजी करने आते, तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।
यह मुकाबला केवल आरसीबी की शानदार जीत के लिए नहीं, बल्कि धोनी की देर से बल्लेबाजी को लेकर भी याद किया जाएगा। सीएसके को अपने आगामी मैचों में रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा ताकि वे प्लेऑफ की दौड़ में बने रह सकें।