मुंबई में सोमवार सुबह भारी बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सुबह चेतावनी जारी की कि अगले 3-4 घंटों में तेज बारिश, गरज-चमक और 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। यह बारिश मानसून के आगमन के साथ हुई, जो इस बार निर्धारित समय से 12 दिन पहले मुंबई पहुंचा है।
शहर के निचले इलाके जलमग्न
भारी बारिश से मुंबई के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए। कुर्ला, सायन, दादर, परेल, बांद्रा और किंग्स सर्कल जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
ट्रेनों और उड़ानों पर असर
बारिश के कारण मुंबई की लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर लाइनों पर ट्रेनों में देरी हुई, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
वहीं, मुंबई हवाई अड्डे पर भी उड़ानों पर असर पड़ा। खराब मौसम के कारण कई उड़ानें देरी से चलीं या रद्द करनी पड़ीं।
बारिश का आंकड़ा
सोमवार सुबह 9 से 10 बजे के बीच, नरीमन पॉइंट फायर स्टेशन पर एक घंटे में 104 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो शहर में सबसे अधिक थी। अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश हुई:
- ए वार्ड ऑफिस: 86 मिमी
- कोलाबा पंपिंग स्टेशन: 83 मिमी
- म्युनिसिपल हेड ऑफिस: 80 मिमी
- कोलाबा फायर स्टेशन: 77 मिमी
- ग्रांट रोड आई हॉस्पिटल: 67 मिमी
- मेमनवाड़ा फायर स्टेशन: 65 मिमी
- मालाबार हिल: 63 मिमी
- डी वार्ड: 61 मिमी
पूर्वी उपनगरों में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई, जैसे मानखुर्द फायर स्टेशन पर 16 मिमी और नूतन विद्यालय मंडल में 14 मिमी। पश्चिमी उपनगरों में बांद्रा सुपारी टैंक, गजदरबांध पंपिंग स्टेशन और खार डांडा में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई।
प्रशासन की तैयारी और अलर्ट
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे जिले और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि सार्वजनिक जीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए समय पर और प्रभावी कदम उठाए जाएं।
IMD ने मुंबई, ठाणे, पालघर और अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
नागरिकों के लिए सलाह
- अनावश्यक यात्रा से बचें, विशेषकर निचले इलाकों में।
- मौसम विभाग और प्रशासन की सलाह का पालन करें।
- जलभराव वाले क्षेत्रों में वाहन चलाने से बचें।
- आपात स्थिति में बीएमसी और आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन से संपर्क करें।
मुंबई में मानसून की यह शुरुआत एक चेतावनी है कि शहर को जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से निपटने के लिए और बेहतर तैयारी की आवश्यकता है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।