मुंबई के मुम्ब्रा रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ा हादसा हो गया। भारी भीड़ से भरी लोकल ट्रेन में सफर कर रहे 13 यात्री ट्रेन से नीचे गिर पड़े, जिनमें 4 की मौके पर ही मौत हो गई और 9 लोग घायल हो गए।
क्या हुआ हादसे के वक्त
हादसा उस वक्त हुआ जब कसारा से सीएसएमटी जा रही एक तेज़ लोकल ट्रेन में भीड़ बहुत ज्यादा थी। बताया जा रहा है कि दो ट्रेनों के दरवाजों पर लटके यात्रियों के बैग आपस में टकरा गए, जिससे संतुलन बिगड़ गया और कई लोग नीचे गिर पड़े।
राहत कार्य और अस्पताल में भर्ती
The Hindu के मुताबिक, हादसे के तुरंत बाद रेलवे और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। सभी घायलों को कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दो गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जुपिटर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है।
घायलों की स्थिति
- शिवा गवली (23) – गंभीर (जुपिटर अस्पताल)
- आदेश भोईर (26) – स्थिर
- रिहान शेख (26) – स्थिर
- अनिल मोरे (40) – गंभीर (जुपिटर अस्पताल)
- तुषार भगत (22) – स्थिर
- मनीष सरोज (26) – स्थिर
- मछिंद्र गोतर्णे (39) – स्थिर
- स्नेहा धोण्डे (21) – स्थिर
- प्रियांका भाटिया (26) – स्थिर
मृतकों के नाम
- केतन दिलीप सरोज (23)
- राहुल संतोष गुप्ता
- मयूर शाह (50)
- एक अज्ञात यात्री
रेलवे का ऐलान: अब सभी कोच में होंगे ऑटोमैटिक दरवाजे
हादसे के बाद रेलवे बोर्ड ने कहा है कि मुंबई की सभी नई लोकल ट्रेनों में ऑटोमैटिक डोर सिस्टम लगाया जाएगा। पुराने कोचों को भी नए डिज़ाइन के हिसाब से बदला जाएगा ताकि इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
सांसद ने जांच की मांग की
ठाणे के सांसद नरेश म्हस्के ने हादसे पर चिंता जताई और जांच की मांग की। उन्होंने कहा,
असल वजह सामने आनी चाहिए, भीड़ थी, धक्का लगा या कोई और वजह? प्रशासन को अब और सतर्क रहना होगा।
ये हादसा एक बार फिर मुंबई लोकल ट्रेनों की सुरक्षा और भीड़भाड़ को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। रेलवे की नई योजना राहत देने वाली है, लेकिन इसे ज़मीन पर लागू करना अब सबसे ज़रूरी है।