NEET UG भारत में MBBS और BDS कोर्स में एडमिशन का एकमात्र रास्ता है। इस एग्जाम में आरक्षण पॉलिसी, खासकर OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए, काफी अहम रोल निभाती है। NEET UG 2025 में अगर आप OBC केटेगरी में आते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि ऑल इंडिया कोटा (AIQ) के तहत आरक्षण कैसे काम करता है। इससे आप सही प्लानिंग कर पाएंगे – चाहे वो डॉक्युमेंटेशन हो, प्रायोरिटी हो या काउंसलिंग की स्ट्रैटेजी।
इस आर्टिकल में हम बात करेंगे AIQ में OBC रिजर्वेशन पॉलिसी, एलिजिबिलिटी, कौन-कौन से कॉलेज में सीटें मिलती हैं, और कुछ जरूरी टिप्स की।
OBC-NCL रिजर्वेशन की शुरुआत:
2021 से सुप्रीम कोर्ट के फैसले और सरकारी आदेश के बाद AIQ में OBC-NCL (नॉन-क्रीमी लेयर) का आरक्षण लागू कर दिया गया है।

NEET UG 2025 में OBC रिजर्वेशन जरूरी बातें:
- कहाँ लागू होता है: 15% AIQ (सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में)
- आरक्षण प्रतिशत: 27% OBC-NCL के लिए
- कौन से कॉलेज: सभी सेंट्रल और स्टेट सरकारी कॉलेज जो AIQ में शामिल हैं
- काउंसलिंग बॉडी: MCC (Medical Counselling Committee)
- कैटेगरी कोड: सिर्फ सेंट्रल OBC लिस्ट में आने वाले
- कोर्स: MBBS, BDS और BSc नर्सिंग
- जरूरी डॉक्युमेंट: सही फॉर्मेट में बना OBC-NCL सर्टिफिकेट
OBC आरक्षण के लिए कौन एलिजिबल है:
- आपका नाम सेंट्रल OBC लिस्ट में होना चाहिए। अगर आप सिर्फ राज्य OBC लिस्ट में हैं, तो AIQ OBC सीट के लिए एलिजिबल नहीं होंगे।
- आपकी फैमिली इनकम ₹8 लाख से कम होनी चाहिए (खेती से कमाई को छोड़कर)।
- अगर आप क्रीमी लेयर में आते हैं, तो आपको जनरल कैटेगरी (UR) माना जाएगा।
- आपके पास 1 अप्रैल 2024 के बाद का वैलिड OBC-NCL सर्टिफिकेट होना चाहिए जिसमें जाति, कैटेगरी और NCL स्टेटस क्लियर हो।
OBC रिजर्वेशन किन कॉलेजों में मिलता है:
- सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज जो AIQ काउंसलिंग में हिस्सा लेते हैं।
- सेंट्रल इंस्टिट्यूट जैसे:
- VMMC & सफदरजंग हॉस्पिटल, दिल्ली
- लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- ESIC मेडिकल कॉलेज
- डीम्ड यूनिवर्सिटी (इनका रिजर्वेशन अलग हो सकता है)
- AIIMS और JIPMER में भी OBC कोटा है, लेकिन इनकी पॉलिसी MCC से अलग होती है।
OBC-NCL कैंडिडेट्स को ये डॉक्युमेंट चाहिए (AIQ काउंसलिंग के लिए):
- OBC-NCL सर्टिफिकेट (MCC के फॉर्मेट में)
- जाति प्रमाण पत्र (सेंट्रल लिस्ट वाला)
- इनकम सर्टिफिकेट (अगर मांगा जाए)
- NEET 2025 का स्कोरकार्ड
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- कोई एक आईडी प्रूफ (आधार, पैन कार्ड आदि)
⚠️ अगर डॉक्युमेंट्स में कोई गड़बड़ी हुई तो आपको OBC कोटा से बाहर कर दिया जाएगा और जनरल कैटेगरी में गिना जाएगा।
OBC सीट मैट्रिक्स का उदाहरण:
कॉलेज का नाम | कुल AIQ MBBS सीटें | OBC सीटें (27%) |
मौलाना आज़ाद, दिल्ली | 37 | 10 |
KGMU, लखनऊ | 23 | 6 |
मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई | 38 | 10 |
BJ मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद | 38 | 10 |
उस्मानिया मेडिकल कॉलेज, हैदराबाद | 38 | 10 |
नोट: सीटों की संख्या हर कॉलेज में अलग हो सकती है।
MCC काउंसलिंग में OBC सीट कैसे मिलती है:
- NEET स्कोर के हिसाब से मेरिट लिस्ट बनती है।
- आप कॉलेज और कोर्स की चॉइस भरते हैं।
- पहले जनरल मेरिट पर सीट मिलती है। उसके बाद OBC रिजर्व्ड सीटें अलॉट होती हैं।
- अगर कोई OBC कैंडिडेट जनरल मेरिट से सीट ले लेता है, तो वो चाहे तो OBC सीट भी ले सकता है – अगर खाली हो।
- फिर डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन होता है और आपको कॉलेज में रिपोर्ट करना पड़ता है।
कॉमन गलतियाँ जो नहीं करनी चाहिए:
- सिर्फ राज्य OBC सर्टिफिकेट देना – AIQ OBC सीट के लिए मान्य नहीं।
- सर्टिफिकेट में NCL स्टेटस का जिक्र न होना – जनरल कैटेगरी में काउंट किया जाएगा।
- पुराना सर्टिफिकेट (1 अप्रैल 2024 से पहले वाला) – अमान्य।
- अगर आप क्रीमी लेयर में हैं – OBC कोटा नहीं मिलेगा।
OBC कोटा का पूरा फायदा उठाने के कुछ टिप्स:
- पिछले साल की कटऑफ जरूर देखें।
- सबसे पहले चेक करें कि आपकी जाति सेंट्रल OBC लिस्ट में है या नहीं।
- हर साल नया OBC-NCL सर्टिफिकेट बनवाएं, खासकर NEET काउंसलिंग से पहले।
- MCC के बताए फॉर्मेट में सर्टिफिकेट अपलोड करें।
- ज्यादा से ज्यादा ऑप्शन भरें – टॉप कॉलेज में कंपटीशन तगड़ा होता है।
नोट: यह सारी जानकारी edufever.com जैसी भरोसेमंद वेबसाइट से ली गई है।