इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। इस दौरे से पहले टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने तरीकों से क्रिकेट के इस फॉर्मेट को अलविदा कहा। अब इसी कड़ी में एक और भारतीय क्रिकेटर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। यह खिलाड़ी हैं गुजरात के सलामी बल्लेबाज प्रियांक पांचाल, जिन्होंने 35 साल की उम्र में घरेलू क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया है।
प्रियांक पांचाल का क्रिकेट करियर और उपलब्धियां
प्रियांक पांचाल ने घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक लगातार खेलते हुए खुद को एक मजबूत बल्लेबाज के तौर पर स्थापित किया। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 127 मैच खेले और करीब 8856 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 45.18 रहा, जो कि घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा उन्होंने 16 विकेट भी अपने नाम किए।
लिस्ट ए क्रिकेट में भी प्रियांक ने अपनी अच्छी छाप छोड़ी। उन्होंने 97 मैचों में 3672 रन बनाए, जिनमें 8 शतक और 21 अर्धशतक शामिल हैं। टी20 में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा, जहां उन्होंने 59 मैचों में 1522 रन बनाए हैं।
टीम इंडिया में मौका और डेब्यू का इंतजार
साल 2021 में प्रियांक को भारतीय टीम के साथ जोड़ा गया था। खास बात यह है कि उन्हें दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था जब रोहित शर्मा चोटिल थे। हालांकि, उस दौरे में उन्हें अभी तक डेब्यू का मौका नहीं मिला। फिर भी, टीम में चयनित होना ही उनकी मेहनत और काबिलियत का सबूत था।
प्रियांक पांचाल का भावुक पोस्ट
अपने संन्यास की घोषणा करते हुए प्रियांक ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर की, जो उनके दिल की गहराईयों को दर्शाती है। उन्होंने लिखा,
“बड़े होते हुए, हर कोई अपने पिता को देखता है, उन्हें आदर्श मानता है, प्रेरित होता है, और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करता है, मैं भी इससे अलग नहीं था। मेरे पिता मेरे लिए लंबे समय तक ताकत का स्रोत रहे। उन्होंने मुझे जो ऊर्जा दी, उससे मैं अभिभूत हूं। जिस तरह से उन्होंने मुझे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया, एक अपेक्षाकृत छोटे शहर से उठकर एक दिन भारत की कैप पहनने की आकांक्षा रखने का साहस किया। वह बहुत पहले हमें छोड़कर चले गए, और यह एक ऐसा सपना था जिसे मैं लगभग दो दशकों तक, हर सीजन में, आज तक अपने साथ लेकर चलता रहा। मैं, प्रियांक पांचाल, तत्काल प्रभाव से प्रथम श्रेणी क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। यह एक भावनात्मक क्षण है। यह एक समृद्ध क्षण है। और यह एक ऐसा क्षण है जो मुझे बहुत कृतज्ञता से भर देता है।”
घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेकिन क्रिकेट का सफर जारी
हालांकि प्रियांक पांचाल ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लिया है, लेकिन उनकी क्रिकेट की यात्रा खत्म नहीं हुई है। युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने और क्रिकेट के क्षेत्र में योगदान देने के लिए वे विभिन्न तरीकों से जुड़े रहेंगे। उनके अनुभव और ज्ञान से भारतीय क्रिकेट को और मजबूती मिलेगी।
आखिर क्यों लिया संन्यास?
प्रियांक पांचाल के संन्यास की वजह साफ है। 35 साल की उम्र में लगातार क्रिकेट खेलना और खासतौर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा देना मुश्किल हो जाता है। साथ ही नए युवा खिलाड़ियों को मौका देना भी जरूरी है ताकि भारतीय क्रिकेट को नई ऊर्जा मिल सके। इसलिए प्रियांक ने यह फैसला लिया है कि अब वह अपने क्रिकेट करियर को नया मोड़ देंगे।