पहालगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इसके बाद से डिफेंस और ड्रोन से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी तेजी देखी गई है।
7 मई के बाद से इन कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है, जिससे शेयरों में 8% से 50% तक की छलांग लगी है।
इन कंपनियों को हुआ फायदा:
- IdeaForge Technology: ड्रोन बनाने वाली इस कंपनी के शेयरों में जोरदार उछाल आया है।
- Paras Defence: हाई-टेक डिफेंस इक्विपमेंट बनाने वाली इस कंपनी ने निवेशकों को अच्छा मुनाफा दिया।
- Zen Technologies: ट्रेनिंग सिमुलेटर्स और डिफेंस सॉल्यूशन्स देने वाली यह कंपनी भी तेजी से बढ़ी।
- Hindustan Aeronautics (HAL): फाइटर जेट और हेलिकॉप्टर बनाने वाली HAL के शेयरों में भी उछाल आया है।
- Bharat Electronics (BEL): इलेक्ट्रॉनिक डिफेंस सिस्टम बनाने वाली BEL ने भी बेहतर प्रदर्शन किया।
- DCM Shriram Industries: डिफेंस से जुड़े रसायन और प्रोडक्ट्स बनाने वाली यह कंपनी भी लिस्ट में शामिल रही।
इन सभी कंपनियों में निवेशकों ने भरोसा दिखाया और लगातार खरीदारी की, जिससे शेयर चढ़ते गए।
नई उम्र की जंग में ड्रोन और देसी तकनीक बनी ताकत
भारत का रक्षा तंत्र अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और आधुनिक हो चुका है।
ड्रोन टेक्नोलॉजी, लेयर्ड एयर डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैसी उन्नत तकनीकों ने भारत की सैन्य ताकत को नई ऊंचाई दी है।
ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाई ताकत:
इस ऑपरेशन के दौरान देश ने हाई-टेक इंडिजिनस डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया, जिससे दुश्मन को तगड़ा जवाब दिया गया।
देश-विदेश में भारत की रणनीति और तैयारी की सराहना हुई।
टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता:
भारत अब ज़्यादातर डिफेंस इक्विपमेंट खुद बना रहा है। इससे न सिर्फ विदेशी आयात पर निर्भरता घटी है, बल्कि लागत में भी कमी आई है।
यह आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मजबूत ऑर्डर बुक लेकिन धीमी रफ्तार
DSP म्यूचुअल फंड के इक्विटी हेड, विनीत सांब्रे ने बातचीत में कहा कि डिफेंस स्टॉक्स में उछाल की बड़ी वजह है ऑर्डर बुक की मजबूती और नए ऑर्डर्स की उम्मीद।
कंपनियों की स्थिति:
हालांकि, कंपनियों की ओर से ज्यादा जानकारी नहीं दी जा रही है क्योंकि ग्लोबल इकॉनमी अभी अनिश्चित है।
डिफेंस सेक्टर में प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में समय लगता है, इसलिए निवेशकों को लंबी अवधि तक धैर्य रखना होगा।
एक्सपर्ट्स की सलाह:
फिलहाल कंपनियों की बुनियादी स्थिति मजबूत है, लेकिन जल्दबाजी में निवेश करने से बचने की सलाह दी जा रही है।
ऑर्डर मिलने और डिलीवरी शुरू होने के बाद ही असली कमाई होगी।
क्या आगे भी बढ़ेंगे ये स्टॉक्स?
Infomerics Valuation and Ratings के चीफ इकोनॉमिस्ट मनोरंजन शर्मा ने कहा कि भारत की डिफेंस कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, लेकिन शेयरों में बढ़त कितनी होगी, यह कहना मुश्किल है।
बाजार का मूड:
विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा तेजी के बाद अब शेयरों की कीमतें काफी हद तक संतुलित हो चुकी हैं।
लेकिन जो कंपनियां लंबे समय में लगातार ऑर्डर हासिल करेंगी और उन्हें सही समय पर पूरा करेंगी, वही असली मुनाफा कमाएंगी।
नई रणनीति का असर:
भारत अब ‘नए नियमों’ के साथ चल रहा है, जिसमें दुश्मन को त्वरित और सटीक जवाब देने की नीति अपनाई जा रही है।
इसका मतलब है कि रक्षा खर्च और तकनीकी निवेश में बढ़ोतरी तय है, जिससे इस सेक्टर की कंपनियों को फायदा मिलेगा।