अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मई 2025 में, पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के तहत लगभग 1 अरब डॉलर की तत्काल किस्त जारी की बाकी भी जल्दी देगा।
सितंबर 2024 में IMF ने पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी थी, जिसमें से 1.3 अरब डॉलर की पहली किस्त मई 2025 में दी गई।
कुल मिलाकर, IMF ने आपरेशन सिंदूर के समय ही 2.4 अरब डॉलर की आर्थिक मदद की।
मई 2025 में आपरेशन सिंदूर के समय ही विश्व बैंक ने पाकिस्तान के लिए 20 अरब डॉलर के संभावित कर्ज को मंजूरी दी जो IMF के कुल लोन पैकेज का तीन गुना हो सकता है।
मई 2025 में आपरेशन सिंदूर के समय ही चीन ने पाकिस्तान को 3.7 अरब डॉलर की आर्थिक मदद की। चीन से 4 अरब डॉलर का SAFE डिपॉजिट भी इस वित्त वर्ष मिलना है।
मई 2025 में चीन ने 40 अपने सबसे अत्याधुनिक और अदृश्य लड़ाकू विमान JA-35 को लगभग मुफ्त में पाकिस्तान को अगस्त -2025 में देने की घोषणा की है।
एशियाई विकास बैंक (ADB) ने पाकिस्तान को 9.13 अरब डॉलर प्रदान किए हैं।
जून 2025 में, भारत में आतंकवादी हमले करता एक आतंकवादी देश पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र (UNSC) की आतंकवाद निरोधक समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
दो दिन पहले ही पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र (UNSC) की तालिबान प्रतिबंध समिति की अध्यक्षता भी सौंपी गई है।
कुवैत में पाकिस्तानी लोगों के वीज़ा पर पिछले 19 सालों (2006) से ही प्रतिबंध लगा हुआ है। आपरेशन सिंदूर के समय ही कुवैत ने पाकिस्तानी नागरिकों पर लगाए गए वीजा प्रतिबंधों को हटा दिया। ध्यान दीजिए कि कुवैत में कुल जनसंख्या का 30% भारतीय हैं, जिसकी जगह अब पाकिस्तानी लेंगे।
यह आपरेशन सिंदूर के समय दुनिया की पाकिस्तान को की गई मदद और संयुक्त राष्ट्र में दी गई ज़िम्मेदारी है।
मतलब कि हमारा विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है ? पहलगाम आतंकवादी घटना की पूरी दुनिया ने आलोचना की मगर उसी दुनिया में से एक भी देश आपरेशन सिंदूर के समय भारत के पक्ष में नहीं था।
अफ़ग़ानिस्तान भारत के पक्ष में बोला मगर चार दिन बाद ही उसे चीन ने पाकिस्तान के साथ खड़ा करा दिया।
जब भारतीय सेना पाकिस्तान पर हावी थी तब पाकिस्तान ने जब जिससे चाहा सीज़फायर करवा दिया। उसने दुनिया को समझा दिया कि भारत ने पहलगाम में अपनी सुरक्षा नाकामी छिपाने के लिए पाकिस्तान पर आपरेशन सिंदूर किया है।
जनता के पैसे पर आप बिजनेस क्लास हवाईजहाज़ और 7 स्टार होटलों में प्रतिनिधि मंडल भेजते रहिए, वहां शशी थरूर और रेखा शर्मा से गाने गवाते रहिए।
दरअसल यही आपकी विदेश नीति है…. नौटंकी, भाषणबाजी, लपक लपक कर सबसे मिलना और DSLR कैमरों से अपनी ब्रांडिंग…