बुधवार तड़के हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया है। पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर भारत की सटीक एयरस्ट्राइक के बाद इस्लामाबाद से रावलपिंडी तक खलबली मच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में करीब 90 आतंकियों को ढेर कर दिया गया। इसके बाद से पाकिस्तान की सरकार और सेना में घबराहट साफ नजर आ रही है।
अब पाकिस्तान पूरी तरह डिफेंसिव मोड में दिख रहा है। खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को सामने आकर कहना पड़ा कि अगर भारत अब और कोई कदम नहीं उठाता, तो पाकिस्तान भी तनाव कम करने को तैयार है।
डरे हुए लहजे में बोले रक्षा मंत्री
ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा, “हमने दो हफ्तों से साफ कर दिया था कि हम हमला नहीं करेंगे, लेकिन अगर हम पर हमला हुआ तो जवाब जरूर देंगे। अगर भारत पीछे हटेगा, तो हम भी पीछे हटने को तैयार हैं।” हालांकि जब उनसे भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत को लेकर पूछा गया, तो उन्होंने किसी भी तरह की पहल से इनकार कर दिया।
शहबाज शरीफ ने छेड़ दी ‘युद्ध’ की बात
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भारत की इस कार्रवाई को ‘युद्ध की घोषणा’ बताया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सेना दुश्मन को करारा जवाब देना जानती है। हम इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे और दुश्मन को उसके मकसद में कभी कामयाब नहीं होने देंगे।”
क्यों चला ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान गई थी। उसी हमले का बदला लेने के लिए ये ऑपरेशन अंजाम दिया गया। इससे पहले भी भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं—जैसे सिंधु जल संधि को सस्पेंड करना, अटारी बॉर्डर बंद करना और कूटनीतिक रिश्तों में कटौती करना।