पटना में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई ने हलचल मचा दी है। गुरुवार, 27 मार्च की सुबह ईडी ने भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता (उत्तर) तारिणी दास के कई ठिकानों पर छापेमारी की। पटना में ईडी की बड़ी कार्रवाई सुबह 4 बजे शुरू हुई, जब ईडी की टीम तारिणी दास के आवास पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। यह रेड पूरी तरह गोपनीय रखी गई थी, और स्थानीय पुलिस को भी आखिरी समय में इसकी सूचना दी गई।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने तारिणी दास के रिश्तेदारों के ठिकानों पर भी छापा मारा है। कार्रवाई के दौरान टीम को भारी मात्रा में नकदी मिली है, हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कुल रकम कितनी है। छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारी अब भी उनके घर के भीतर मौजूद हैं और जांच जारी है।
पटना में ईडी की इस बड़ी कार्रवाई ने बिहार की राजनीति में गर्मी ला दी है। विपक्षी दलों ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सबूत बताया है, वहीं सत्तारूढ़ दल ने कहा है कि यह कार्रवाई उनकी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। आरजेडी और कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है, जबकि सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है।
यह छापेमारी विधानसभा चुनाव से पहले हुई है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि पटना में ईडी की बड़ी कार्रवाई सिर्फ एक जांच नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद संवेदनशील विषय बन गई है।