बिहार के पटना में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के मामले में वांछित आरोपी को ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ सोमवार देर रात हुई, जिसमें आरोपी विकास उर्फ राजा मारा गया, वे अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त था। पुलिस का कहना है कि गोपाल खेमका की हत्या के दौरान वह शूटर उमेश के साथी के रूप में मौके पर था।
मुठभेड़ में क्या मिला?
ANI के रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक पिस्तौल, जिंदा कारतूस और कुछ खोखे बरामद किए। विकास उर्फ राजा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पटना के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। बिहार पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, 7-8 जुलाई 2025 की रात करीब 2:45 बजे मलसालमी थाने से दो किलोमीटर दूर पीर दमारिया घाट के पास यह मुठभेड़ हुई। इसमें कुख्यात अपराधी विकास उर्फ राजा (29 साल), जो दाउदचक नगला, मलसालमी, पटना का रहने वाला था, मारा गया।
#WATCH | Bihar | Visuals from the site of the reported encounter of an accused in the businessman Gopal Khemka's murder in Patna pic.twitter.com/TvYjtvpQmE
— ANI (@ANI) July 8, 2025
पुलिस पर हमला करने की कोशिश
जद(यू) नेता राजीव रंजन ने बताया, खेमका हत्याकांड का यह आरोपी पुलिस पर हमला करने की फिराक में था, जिसके बाद पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर घटना पर तेज नजर रखे हुए हैं और अपराधियों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दे चुके हैं।
दो और आरोपी पकड़े गए
मुठभेड़ से ठीक एक दिन पहले पटना पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य लोगों को धर दबोचा, जिनमें गोली चलाने वाला शूटर भी शामिल है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, दोनों को पटना में गिरफ्तार किया गया है। जांच अभी जारी है और जल्द ही मामले में और खुलासे होंगे।
सात साल बाद फिर हादसा
गोपाल खेमका की हत्या शुक्रवार रात 11:40 बजे पटना के गांधी मैदान इलाके स्थित घर के बाहर हुई, जब एक बाइक सवार हमलावर ने उन पर गोलियां बरसा दीं। सात साल पहले हाजीपुर में उनके बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के सख्त निर्देश दिए।