प्रयागराज के एडीए कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय कप्तान निशाद की शादी 29 अप्रैल को करछना दीहा गांव की सितारा से हुई थी। शादी के अगले ही दिन, जब दुल्हन पहली बार अपने ससुराल पहुंची, तो परिवार में खुशी का माहौल था। लेकिन शादी की पहली रात ही कप्तान निशाद के लिए डरावना सपना बन गई। कमरे में घुसते ही उन्होंने देखा कि सितारा घूंघट में, एक कोने में चुपचाप बैठी थी और उसके हाथ में तेज चाकू था। उसने सीधे कहा, मुझे छूना मत, वरना 35 टुकड़ों में मिलोगे। मैं अमन की हूं। निशाद पूरी रात सोफे पर बैठे रहे, जबकि सितारा चाकू लेकर बिस्तर पर बैठी रही। यह सिलसिला लगातार तीन रातों तक चला, जिसमें धमकी, डर और अपमान का माहौल बना रहा।
परिवार में हड़कंप, प्रेमी के लिए जिद
तीन दिन बाद कप्तान निशाद ने अपनी मां को सारी बात बताई। घर में हड़कंप मच गया। जब परिवार ने सितारा से सवाल किए, तो उसने साफ कहा, मैं अमन से प्यार करती हूं, जबरन शादी की गई। मैं उसी के साथ रहना चाहती हूं, शादी की पहली रात का हक भी उसी का है। दोनों परिवारों के बीच 25 मई को पंचायत हुई, जिसमें सितारा ने लिखित समझौते में पति के साथ रहने की बात मानी, लेकिन निजी तौर पर वह लगातार पति को परेशान करती रही और बार-बार अमन के पास भेजने की जिद करती रही।
भागने की साजिश और CCTV में कैद
30 मई की रात सितारा ने घर की पिछली दीवार फांदकर भागने की योजना बनाई। गेट बंद था, तो वह दीवार पर चढ़कर बाहर निकली और सीधा अमन के पास पहुंच गई। CCTV फुटेज में देखा गया कि वह आधी रात के बाद लंगड़ाते हुए घर से बाहर जाती है। परिवार को अगले दिन पता चला कि वह घर से भाग गई है। निशाद की बहन ने बताया कि सितारा ने उनके सामने अमन से फोन पर बात कर उसे बुलाने के लिए कहा था और चैट्स भी दिखाई थीं। अमन ने भी धमकी दी थी कि जरूरत पड़ी तो वह निशाद को मार सकता है।
पुलिस कार्रवाई और समझौता
मामला नैनी ब्रिज थाने पहुंचा, लेकिन दोनों परिवारों ने FIR दर्ज न कराने का अनुरोध किया। पुलिस ने इसे घरेलू विवाद मानते हुए दोनों पक्षों की सहमति से लिखित समझौते के आधार पर मामला निपटा दिया। निशाद के परिवार ने बताया कि वे लगातार डर और तनाव में थे कि कहीं सितारा खुद को या उनके बेटे को नुकसान न पहुंचा दे। आखिरकार, सितारा के भाग जाने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली।
मानसिक और भावनात्मक असर
इस पूरे घटनाक्रम ने कप्तान निशाद को मानसिक और भावनात्मक रूप से गहरा आहत किया है। वे कहते हैं, अब अगर दोबारा शादी करूंगा, तो सिर्फ उसी से, जो शादी के मायने समझे। सितारा ने कभी मुझे पति के रूप में स्वीकार ही नहीं किया, वह सिर्फ अमन के साथ रहना चाहती थी। निशाद के परिवार का कहना है कि वे अब भी डर में हैं कि अगर सितारा कभी वापस आती है, तो वे उसके साथ नहीं रह पाएंगे। यह मामला न सिर्फ एक असफल शादी की कहानी है, बल्कि समाज में जबरन शादी और रिश्तों में ईमानदारी की अहमियत का भी आईना है।