प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत वडोदरा में एक जोरदार रोडशो से की। यह दौरा खास इसलिए भी था क्योंकि यह “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद उनका पहला गृह राज्य दौरा था। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया था।
वडोदरा की सड़कों पर हजारों लोग तिरंगे झंडे लेकर प्रधानमंत्री का स्वागत करने उमड़े। शहर को फूलों, पोस्टरों और बैनरों से सजाया गया था। कई जगहों पर देशभक्ति से जुड़े नारों और फौज के सम्मान में लगाए गए होर्डिंग्स नजर आए। इस रोडशो के दौरान एक भावुक पल तब आया जब सेना अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने प्रधानमंत्री पर फूल बरसाए।
दाहोद में रेलवे और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
वडोदरा के रोडशो के बाद पीएम मोदी दाहोद के खरौद पहुंचे, जहां उन्होंने ₹24,000 करोड़ से ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण था लोकोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का उद्घाटन, जिसकी लागत ₹21,405 करोड़ है। इस प्लांट में 9000 हॉर्सपावर के इलेक्ट्रिक इंजन बनाए जाएंगे, जो भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कई रेलवे परियोजनाएं भी शुरू कीं। इनमें आनंद-गोधरा, मेहसाणा-पालनपुर और राजकोट-हडमतिया रेलवे लाइनों का दोहरीकरण, साबरमती से बोटाद तक 107 किलोमीटर लंबी लाइन का विद्युतीकरण और कालोल-कडी-कटोसन लाइन का गेज परिवर्तन शामिल है। इन परियोजनाओं से गुजरात और आसपास के इलाकों में रेल यातायात बेहतर और तेज़ होगा।
भुज में ₹53,400 करोड़ की परियोजनाएं
गुजरात दौरे के दौरान प्रधानमंत्री भुज भी पहुंचे, जहां उन्होंने ₹53,400 करोड़ की लागत वाली 33 प्रमुख विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। भुज हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से हुए ड्रोन हमलों का भी गवाह बना था। ऐसे में यहां हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास को रणनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है।
इन परियोजनाओं में कांडला पोर्ट के विस्तार, सौर ऊर्जा के प्लांट्स, बिजली ट्रांसमिशन, नई सड़कों और इमारतों के निर्माण जैसे अहम काम शामिल हैं। इस निवेश से न केवल रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि पूरे कच्छ क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
गांधीनगर में स्वास्थ्य और आवास परियोजनाएं
दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांधीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने स्वास्थ्य और आवास से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने यून मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया, जिससे हार्ट संबंधित इलाज अब और आधुनिक और सुलभ होगा।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ₹1,006 करोड़ की लागत से बनी 22,000 से ज्यादा घरों की चाबियां भी लोगों को सौंपीं। यह खास तौर पर शहरी गरीबों के लिए एक बड़ी सौगात है। इसके अलावा, अहमदाबाद में 1800-बेड का नया अस्पताल बनाने की घोषणा भी की गई, जिसमें एक अलग 500-बेड का संक्रामक रोग यूनिट होगा। यह आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करेगा।
शहरी विकास की नई पहल
गांधीनगर में प्रधानमंत्री ने “गुजरात अर्बन ग्रोथ स्टोरी” के 20 वर्षों के सफर को याद किया और “अर्बन डेवलपमेंट ईयर 2025” की शुरुआत की। यह योजना राज्य के शहरी इलाकों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इसमें मुख्य रूप से ट्रैफिक व्यवस्था, पेयजल, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और हरित क्षेत्र जैसे पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य सिर्फ बड़ी नगरपालिकाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों तक भी विकास की रोशनी पहुंचाना है। प्रधानमंत्री ने बताया कि आने वाले वर्षों में गुजरात के हर नागरिक को शुद्ध पानी, बेहतर सड़कें और सुरक्षित जीवनशैली मिलना सुनिश्चित किया जाएगा।
स्थानीय निकायों को वित्तीय सहायता
गुजरात के शहरी क्षेत्रों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री ने स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत आर्थिक सहायता की भी घोषणा की। इस योजना के तहत 17 नगर निगमों को ₹2,731 करोड़ और 149 नगरपालिकाओं को ₹569 करोड़ की सहायता दी गई।
यह राशि शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे सीवेज लाइन, सड़कों की मरम्मत, स्ट्रीट लाइट्स, पार्क्स, और जल आपूर्ति जैसी योजनाओं में खर्च की जाएगी। इस कदम से नगर निकायों को अपने क्षेत्रों का त्वरित विकास करने में मदद मिलेगी।