6 जून 2025 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के गया जिले के गहलौर गांव का दौरा किया और माउंटेन मैन के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मांझी के बेटे भागीरथ मांझी से वादा किया कि उन्हें कांग्रेस की तरफ से बोधगया विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाया जाएगा। इसे कांग्रेस की दलित वोटों को साधने की बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 6, 2025
राहुल ने खुद पानी पिलाया, कहा आपको विधायक बनाएंगे
राहुल गांधी ने भागीरथ मांझी से न सिर्फ बातचीत की, बल्कि अपने हाथों से उन्हें पानी भी पिलाया। इससे जुड़ाव और सम्मान का एक साफ संदेश गया। भागीरथ मांझी ने ABP से बातचीत में बताया, राहुल जी ने मुझे पास बुलाया, पानी पिलाया और कहा कि कांग्रेस पार्टी मुझे बोधगया से विधायक बनाएगी। मेरे लिए ये बहुत गर्व की बात है।
मांझी की पोती से भी बातचीत, समस्याएं सुनीं
राहुल गांधी ने दशरथ मांझी की पोती अंशु कुमारी से भी मुलाकात की और परिवार की मौजूदा परेशानियों को ध्यान से सुना। अंशु ने उन्हें रोजगार, शिक्षा और सामाजिक सम्मान से जुड़ी दिक्कतें बताईं। राहुल ने दादा दशरथ मांझी के संघर्ष और प्रेरणा देने वाली कहानी को भी याद किया।
दलित समुदाय को सीधा संदेश
ये मुलाकात सिर्फ भावनात्मक नहीं, बल्कि राजनीतिक भी मानी जा रही है। राहुल गांधी ने इस दौरे से ये संदेश देने की कोशिश की कि कांग्रेस दलित समाज को न सिर्फ सम्मान देती है, बल्कि उन्हें राजनीति में हिस्सेदारी भी देना चाहती है।
बिहार चुनाव से पहले अहम रणनीति
2025 के आखिर में संभावित बिहार विधानसभा चुनावों को देखते हुए, राहुल का ये दौरा कांग्रेस की बड़ी रणनीति का हिस्सा लगता है। दशरथ मांझी को बिहार में संघर्ष, मेहनत और आत्मसम्मान का प्रतीक माना जाता है, और राहुल गांधी उनके परिवार से जुड़कर जनता के बीच सीधा संदेश देना चाहते हैं।
संघर्ष की राजनीति की तरफ इशारा
कांग्रेस अब एक नई रणनीति के तहत भावनात्मक अपील और स्थानीय नायकों की विरासत के सहारे जनता से जुड़ने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी का ये दौरा दिखाता है कि पार्टी अब सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि जमीन से जुड़े संघर्ष की राजनीति करना चाहती है।