इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। शिलॉन्ग पुलिस ने बुधवार को इंदौर के एक नाले (नुल्ला) से देसी पिस्टल, दो मैगजीन और दो .32 बोर की गोलियां बरामद कीं। जांच में सामने आया कि यह पिस्टल आरोपी राज ने खरीदी थी और इसे इसलिए तैयार रखा गया था कि अगर पहले से तय किए गए तरीके से राजा की हत्या नहीं हो पाती, तो पिस्टल से गोली मारकर उसे खत्म किया जाए। पुलिस ने शिलॉम जेम्स की निशानदेही पर यह हथियार बरामद किया। साथ ही शिलॉम की कार से 50,000 रुपये भी मिले, जो राज के लैपटॉप बैग से निकाले गए थे। बैग को जला दिया गया था और लैपटॉप सड़क किनारे फेंक दिया गया, जो अब तक नहीं मिला है।
कैसे मिली पिस्टल और पैसे, आरोपियों की पूछताछ में खुलासा
इंदौर पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार रात आरोपी लोकेंद्र और शिलॉम से पूछताछ के बाद शिलॉम ने कबूल किया कि उसने इंडस्ट्री हाउस, ओल्ड पलासिया इलाके के पीछे नाले में पैकेट फेंका था। इसी सूचना पर शिलॉन्ग पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। शिलॉम जेम्स और एक अधिकारी नाले में उतरे और काफी देर तक कीचड़ में तलाश के बाद सफेद पैकेट में पिस्टल, मैगजीन और गोलियां बरामद हुईं। शिलॉम ने बताया कि उसने पुल से पैकेट फेंका था, हालांकि पुलिस के लिए यह साफ नहीं है कि वह इतनी जल्दी कैसे जान गया कि पैकेट कहां गिरा था। साथ ही, यह भी स्पष्ट नहीं है कि पैकेट कब फेंका गया, क्या यह गिरफ्तारी के बाद हुआ या तब जब सोनम और उसके साथी फ्लैट में छिपे हुए थे।
आरोपियों की कोर्ट में पेशी और आगे की जांच
शिलॉम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और बलविंदर अहिरवार, तीनों आरोपियों को बुधवार शाम 8:45 की फ्लाइट से शिलॉन्ग ले जाया गया। वहां इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि फ्लैट में मौजूद सामान और उसके निपटारे को लेकर लोकेंद्र और शिलॉम की चैट्स भी बरामद की गई हैं। लोकेंद्र ने पूछताछ में दावा किया कि वह सीधे तौर पर हत्या में शामिल नहीं था, पर पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। अभी तक बाकी पैसे नहीं मिल पाए हैं।
प्रेम संबंध, बिजनेस और पारिवारिक दबाव
SP विवेक सियेम के अनुसार, सोनम और राज दोनों ने कबूल किया है कि वे रिलेशनशिप में थे और राजा को रास्ते से हटाना चाहते थे। दोनों की एक कंपनी थी और वे अपना बिजनेस आगे बढ़ाना चाहते थे। पारिवारिक रीति-रिवाजों के चलते शादी में अड़चन थी, इसलिए उन्होंने राजा को खत्म करने की साजिश रची। पुलिस का मानना है कि अगर राजा का शव नहीं मिलता, तो शायद सच्चाई कभी सामने नहीं आती। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और हत्या की साजिश में शामिल हर व्यक्ति और सबूत की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
राजा रघुवंशी हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। देसी पिस्टल, गोलियां और नकदी की बरामदगी से साफ है कि हत्या की साजिश बेहद सुनियोजित थी और अगर पहली कोशिश नाकाम होती तो राजा को गोली मारने का भी इंतजाम था। पुलिस की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं।