पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार पर एक्शन लेने का दबाव बना रही शिवसेना (UBT) ने पीएम मोदी पर सीधा निशाना साधा है। पार्टी नेता और सामना के संपादक संजय राउत ने पूछा है, क्या भारत सच में पाकिस्तान से युद्ध करेगा या फिर ये सब सियासी चाल है?
राउत का कहना है कि मोदी ने जातीय जनगणना की घोषणा करके युद्ध पर चल रही चर्चा को दूसरी दिशा में मोड़ दिया। उन्होंने कहा, “जब देश में युद्ध की संभावना पर बात हो रही थी, तब पीएम ने जाति आधारित जनगणना का फैसला ले लिया। अब धर्म नहीं, जाति मुद्दा बन गया है। ये बीजेपी की सोची-समझी सियासत है।”
बिहार से दी पाकिस्तान को धमकी, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं
राउत ने तंज कसते हुए कहा कि मोदी ने पाकिस्तान को धमकी देने के लिए बिहार को मंच बनाया, लेकिन पहलगाम हमले के बाद कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। इसके बजाय वो चुनावी रैलियों में लग गए। उन्होंने पूछा, “क्या ऐसी हालात में प्रधानमंत्री को दिल्ली में नहीं होना चाहिए?”
उनका कहना था, “अगर वाकई पाकिस्तान डरा हुआ है, तो फिर सरकार कोई कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? बस बयानबाज़ी और वीडियो दिखाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।”
सरकार चुप है, बीजेपी नफरत की राजनीति में लगी है
राउत ने इंटेलिजेंस फेल होने और कश्मीर में सुरक्षा की चूक को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि ऐसे संवेदनशील हालात में गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री की गैरमौजूदगी चिंताजनक है।
उनका आरोप है कि बीजेपी पाकिस्तान से लड़ना नहीं चाहती, बल्कि देश के अंदर धर्म और जाति के नाम पर माहौल बिगाड़कर फायदा उठाना चाहती है। उन्होंने विपक्ष पर भी सवाल उठाया कि कोई भी पार्टी जनता और सेना की सुरक्षा के लिए सख्त स्टैंड नहीं ले रही।
युद्ध सिर्फ सियासी फायदे के लिए नहीं होना चाहिए
राउत ने साफ कहा कि अगर कभी युद्ध होता है, तो वो सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए नहीं, देश की सुरक्षा और एकता के लिए होना चाहिए। उन्होंने पूछा, “क्या मोदी और शाह सच में पाकिस्तान से लड़ने का जोखिम उठाएंगे?”