बिहार में चुनाव से पहले नीतीश कुमार को झटका लगा है, क्योंकि वक्फ बिल पर उनकी पार्टी जेडीयू में असहमति गहरी हो गई है। पहले नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने इस बिल पर अपनी असहमति जताई थी और अब पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम रसूल बलियावी भी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।
गुलाम रसूल बलियावी का कड़ा बयान: नीतीश कुमार पर हमला
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि लोकसभा में कल “सभी लोग नंगे हो गए,” और वक्फ बिल पर चर्चा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जो लोग सेकुलर थे, वे अब सांप्रदायिक हो गए हैं। उन्होंने नीतीश कुमार को झटका देते हुए उन्हें सांप्रदायिक बताया और कहा कि जल्द ही वह इस बिल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
वक्फ बिल पर विरोध और संघर्ष: नीतीश कुमार के लिए नई चुनौती
गुलाम रसूल का कहना था कि वक्फ बिल के मसले पर पार्टी में आंतरिक असहमति और गहरी चिंता है। उनका मानना है कि यह बिल देश की धर्मनिरपेक्षता को नुकसान पहुंचाएगा, जिससे नीतीश कुमार को झटका लग सकता है। वह लोकतांत्रिक तरीके से इस बिल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का विचार कर रहे हैं।
गुलाम गौस का भी विरोध: नीतीश कुमार के समर्थन पर सवाल
जेडीयू के एमएलसी गुलाम गौस ने भी नीतीश कुमार को झटका देते हुए वक्फ बिल के विरोध में आवाज उठाई थी। इससे पहले, उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू यादव से भी मुलाकात की थी।
नीतीश कुमार के लिए नई चुनौतियां: चुनाव से पहले बढ़ी मुश्किलें
बिहार चुनाव से पहले जेडीयू के मुस्लिम नेताओं का वक्फ बिल के खिलाफ एकजुट होना नीतीश कुमार को झटका दे सकता है। यह उनकी पार्टी के भीतर और बाहर नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है, जो चुनावी रणनीति में मुश्किलें पैदा कर सकता है।