कश्मीर ज़ोन के पुलिस प्रमुख वी.के. बिर्दी ने शुक्रवार को बताया कि बीते दो दिनों में सुरक्षा बलों ने शोपियां और त्राल में चलाए गए दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कुल 6 आतंकियों को ढेर कर दिया है। इन ऑपरेशनों को सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर अंजाम दिया।
अवंतीपोरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिर्दी ने कहा:
पिछले कुछ दिनों में आतंकी गतिविधियां बढ़ी थीं, जिसकी वजह से हमने अपनी रणनीतियों पर दोबारा काम किया और ज्यादा फोकस के साथ ऑपरेशन चलाए। इसी का नतीजा है कि 48 घंटों के भीतर हमने दो सफल अभियान पूरे किए। हमारा लक्ष्य साफ है, कश्मीर से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करना।
ऑपरेशन की पूरी जानकारी
विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल धनंजय जोशी ने बताया कि पहला ऑपरेशन 13 मई को शोपियां के केलर इलाके में हुआ। यहां ऊंचे पहाड़ी इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। सेना ने इलाके को घेरा और मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया।
दूसरा ऑपरेशन त्राल के एक सीमावर्ती गांव में हुआ, जहां आतंकी अलग-अलग घरों में छिपकर फायरिंग कर रहे थे।
इस ऑपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती थी गांव के आम लोगों को सुरक्षित निकालना। हमारे जवानों ने सूझबूझ और साहस दिखाते हुए सभी नागरिकों को बचाया और तीन आतंकियों को ढेर कर दिया।
मारे गए आतंकियों में से एक, शाहिद कुट्टय, जर्मन टूरिस्ट पर हमले समेत दो बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहा है। उसके आतंकी फंडिंग से भी संबंध थे।
पहलगाम हमले के बाद तेज़ हुआ आतंकवाद के खिलाफ अभियान
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओजेके के आतंकी ठिकानों पर टारगेटेड हमले किए गए, जिसमें करीब 100 आतंकी मारे गए।
इनमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके ट्रेनिंग सेंटर भी शामिल थे।
सुरक्षा बलों का साफ कहना है कि अब न सिर्फ घाटी में मौजूद आतंकियों को खत्म किया जाएगा, बल्कि उन्हें समर्थन देने वाले नेटवर्क को भी पूरी तरह तोड़ा जाएगा।



