अमेरिकी टैरिफ के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में हलचल बढ़ गई है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंक गिरकर 76,311 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 77 अंक टूटकर 23,255 पर ट्रेड कर रहा है। हालांकि, बाजार धीरे-धीरे रिकवरी के संकेत भी दे रहा है।
गिरावट के पीछे का कारण
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित नई टैरिफ नीति का सीधा असर वैश्विक बाजारों पर देखा जा रहा है। अमेरिका ने आयात शुल्क बढ़ाने का संकेत दिया है, जिससे भारत के टेक्सटाइल, ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात पर दबाव बढ़ सकता है। इस खबर के चलते निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और बाजार में बिकवाली हावी हो गई।
बाजार में उतार-चढ़ाव: कौन फायदे में, कौन घाटे में?
टॉप गेनर्स (Top Gainers)
आज फार्मा सेक्टर में जबरदस्त मजबूती देखने को मिली। एनएसई निफ्टी में फार्मा इंडेक्स 3.14% की बढ़त के साथ टॉप पर रहा। बीएसई के प्रमुख गेनर्स में Glad, Jubl Pharma, Gokex, Star और Senco शामिल रहे। वहीं, एनएसई निफ्टी में Bal Pharma, Kananiind, Vaishali, Maralover और Style Baaza सबसे ज्यादा बढ़त में रहे।
टॉप लूजर्स (Top Losers)
मेटल, ऑटो और आईटी सेक्टर में बिकवाली का दबाव दिखा। Avantifeed, Grwrhitech, Persistent, Dabur और Cignititec बीएसई के टॉप लूजर्स रहे, जबकि Pokarna, Iris-re, Avantifeed, Persistent और Dabur निफ्टी में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले स्टॉक्स में रहे।
एशियाई बाजारों में गिरावट, अमेरिका में तेजी
अमेरिकी टैरिफ की घोषणा के बाद एशियाई बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई। चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में ट्रेड कर रहे हैं। हालांकि, अमेरिकी बाजार में मजबूती दिखी, जिससे संकेत मिलता है कि निवेशक अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भरोसा बनाए हुए हैं।
विशेषज्ञों की राय: भारतीय बाजार पर प्रभाव
बैंकिंग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के विशेषज्ञ अजय बग्गा के अनुसार, भारतीय घरेलू बाजार पर अमेरिकी टैरिफ का सीधा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन निर्यात सेक्टर को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा,
“अमेरिका यह टैरिफ कई आर्थिक गणनाओं पर आधारित कर रहा है, जिसमें कस्टम ड्यूटी, करेंसी उतार-चढ़ाव और जीएसटी शामिल हैं। इससे भारत के कुछ प्रमुख सेक्टर प्रभावित हो सकते हैं।”
क्या निवेशकों को चिंता करनी चाहिए?
शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि फार्मा और अन्य डिफेंसिव सेक्टरों में निवेशकों के लिए अच्छे अवसर मिल सकते हैं। इसके अलावा, बाजार रिकवरी के संकेत भी दे रहा है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति संतुलित हो सकती है।
निष्कर्ष: बाजार पर नज़र बनाए रखें
ट्रंप टैरिफ के प्रभाव से बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह एक अवसर भी हो सकता है। फार्मा सेक्टर इस समय मजबूती दिखा रहा है, जबकि मेटल और ऑटो सेक्टरों में अभी और गिरावट देखी जा सकती है। निवेशकों को सतर्क रहते हुए बाजार पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जाती है।