बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीतिक हालात तेज हो गए है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बयान ने बिहार राजनीति गरम की है। उन्होंने हाल ही में गुरुग्राम में एक समारोह के अवसर ने कहा, “अब बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में एनडीए की जीत हो गई है”. इस बयान के तुरंत बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी में हर दो दिन में नया मुख्यमंत्री घोषित किया जा रहा है। उन्होंने तीखे तोंटे में कहा, पहले आप यह तय कर लो कि मुख्यमंत्री कौन नहीं बनेगा। यह ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे आपस नूरा-कुश्ती चल रही है और जनता यह खटारा गाड़ी (एनडीए) पर सवार नहीं होने वाली।
उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार बनने जा रही है। हमको कुछ फर्क नहीं पड़ता, आप सबको मुख्यमंत्री बना दीजिए, लेकिन राज्य की जनता अब झूठे वादों में फंसने वाली नहीं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में तेजस्वी ने बीजेपी और आरएसएस को भी जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अंबेडकर का जीवनभर विरोध किया है, आज वे मजबूरी में उनकी जयंती मना रहे हैं। उन्होंने इसे दिखावा बताते हुए कहा कि ऐसे लोग संविधान को कभी स्वीकार नहीं करते।
तेजस्वी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान की ओर संकेत करते हुए कहा कि अंबेडकर पर उनके बयान से असली सोच झलक गई। आज जेडीयू, बीजेपी और एनडीए की अन्य पार्टियां अंबेडकर की सोच के विरोध में काम कर रही हैं।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि महागठबंधन सरकार के समय 65 फीसदी आरक्षण को संविधान की अनुसूची 9 में जोड़ने की बात की गई थी, लेकिन बीजेपी ने अदालत में जाकर इसमें रुकावट उत्पन्न की। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में भी कहा कि उन्हें बीजेपी ने पूरी तरह हाईजैक कर लिया है और अब वे अचेत अवस्था में हैं।
तेजस्वी यादव के बयान से साफ है कि वे एनडीए की रणनीति और नेतृत्व को लेकर लगातार हमला बोलने की तैयारी में हैं और आने वाले चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरने वाले हैं।