बिहार की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के राजद प्रमुख लालू यादव पर कटाक्ष करने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “इन लोगों का काम है लालू यादव को गाली देना। यह फैशन बन गया है, लेकिन इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।”
तेजस्वी ने बिहार के विकास को लेकर भी केंद्र सरकार पर सवाल दागे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि “अगर इन लोगों ने विकास किया है तो 20 वर्षों में कहां-कहां क्या किया, यह बताएं। प्रधानमंत्री ने बिहार को पैकेज दिया है तो बताएं कि किस सेक्टर में कितना दिया गया?”
बिहार बनाम गुजरात: तेजस्वी यादव ने मांगा हिसाब
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए पूछा कि “केंद्र सरकार ने विगत 11 वर्षों में गुजरात को विकास कार्यों के लिए कितनी धनराशि दी और बिहार को कितनी राशि दी?” उन्होंने यह भी सवाल किया कि “गुजरात में कितने लाख करोड़ के उद्योग-धंधे स्थापित किए गए, प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए और गुजरात की तुलना में बिहार को क्या दिया गया?”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार को बेरोजगारी, गरीबी और पलायन के गर्त में धकेल दिया गया है। उन्होंने पूछा, “बिहार इनको केवल चुनावों में ही याद क्यों आता है? बिहार नीति आयोग के विकास सूचकांकों और लक्ष्यों में सबसे फिसड्डी क्यों है?”
चीनी मिलों का मुद्दा: राजद ने अमित शाह को घेरा
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने अमित शाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “शाह शायद यह बात भूल रहे हैं कि बिहार में पिछले सत्रह वर्षों से उनकी पार्टी भाजपा भी एनडीए की सरकार में है।”
गगन ने कहा कि गृहमंत्री ने घोषणा की है कि “बिहार में यदि उनकी सरकार बनी तो वे बंद सभी चीनी मिलों को चालू करवा देंगे।” इस पर उन्होंने सवाल उठाया, “शाह को बताना चाहिए कि पिछले सत्रह वर्षों में चीनी मिलें क्यों नहीं चालू हुईं? हर चुनाव के पहले भाजपा नेताओं को बंद पड़े चीनी मिलों की याद क्यों आ जाती है?”
ईद उल फितर की मुबारकबाद
इस बीच, राजद प्रमुख लालू यादव, विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत अन्य नेताओं ने ईद उल फितर की मुबारकबाद दी।
सभी नेताओं ने कहा कि यह मुस्लिम भाइयों का पवित्र त्योहार है। इस मौके पर लोग एक महीना रोजा रखकर इबादत करते हैं और उन्हें उसकी खुशी में ईद उल फितर मनाने और खुशियों में सम्मिलित होने का मौका मिलता है।
“हम सभी अल्लाह ताला से दुआ करें कि प्रेम, मोहब्बत, भाईचारा और इंसानियत की मजबूती के लिए सभी मिलकर ईद की खुशियां मनाएं।”
बिहार की सियासत में हलचल तेज!
तेजस्वी यादव के इस हमले के बाद बिहार की राजनीति और गरमा गई है। अब देखना यह होगा कि भाजपा इस तीखे वार का जवाब किस तरह देती है। क्या अमित शाह खुद इस पर प्रतिक्रिया देंगे या भाजपा के अन्य नेता इस मुद्दे को संभालने के लिए आगे आएंगे? बिहार की जनता इस राजनीतिक जंग के अगले मोड़ का इंतजार कर रही है।