बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। पटना में आयोजित राजद की अति पिछड़ा प्रकोष्ठ रैली में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने अति पिछड़ा समाज को सिर्फ इस्तेमाल किया है और उनके हक लगातार छीने जा रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी और लोगों का पलायन अब अपने चरम पर है, और इसके लिए पूरी तरह से मौजूदा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि अति पिछड़े वर्ग के लोगों को गलत मामलों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है, उन पर अन्याय बढ़ता जा रहा है।
नीतीश अब बीजेपी के कब्जे में हैं
तेजस्वी ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वो बीजेपी के इशारों पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अब आज़ाद नहीं हैं, उन्हें हर चीज़ की सफाई देनी पड़ती है, कहां जाएं, किससे मिलें, क्या बोलें।
तेजस्वी का कहना था कि जेडीयू अब सिर्फ कुछ चुनिंदा लोगों के कहे पर चल रही है, जो भाजपा की राजनीति को ताकत दे रहे हैं।
अति पिछड़ों के साथ सिर्फ छल हुआ
उन्होंने सवाल उठाया कि अति पिछड़ा समाज से किसी को भी सरकार में बड़ा ओहदा क्यों नहीं मिला। “कितने जिलों में अति पिछड़े डीएम हैं, कितने एसपी हैं? सरकार को इसका डेटा सार्वजनिक करना चाहिए,” तेजस्वी ने कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सिर्फ भरोसा तोड़ने का काम किया है।
सरकार अब बूढ़ी हो चुकी है
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब सरकार थक चुकी है और रिटायर्ड अफसरों के भरोसे किसी तरह चल रही है।
जातीय जनगणना हमारी जीत है
तेजस्वी ने केंद्र की जातीय जनगणना की घोषणा को राजद की विचारधारा की जीत बताया। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने सालों पहले जो मांग की थी, अब वो सच हो रही है। बीजेपी अब हमारी सोच की तरफ आ रही है।
तेजस्वी ने ये भी कहा कि जातीय जनगणना के बाद आरक्षण की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए और लोकसभा व विधानसभा में पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लिए भी उसी तरह आरक्षण मिलना चाहिए जैसा अनुसूचित जातियों को मिलता है।